बेंगलुरु में 34 वर्षीय अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा और साले अनुराग को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन पर अतुल को आत्महत्या के लिए उकसाने और उन्हें मानसिक व आर्थिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप है.
3 करोड़ की मांग और बेटे से मिलने के लिए 30 लाख का दबाव
पत्नी से प्रताड़ित होकर सुसाइड करने वाले टेक इंजीनियर अतुल सुभाष की कहानी ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है. मरने से पहले अतुल ने 24 पेज के सुसाइड नोट और करीब डेढ़ घंटे के वीडियो में अपनी परेशानी बताई. उन्होंने इस देश के सिस्टम और पुरुषों के खिलाफ झूठे केस को लेकर सवाल उठाए. वहीं, उनकी पत्नी निकिता ने जो आरोप लगाए उन पर अतुल ने जवाब भी दिया.
पुलिस के अनुसार, निकिता और उनके परिवार ने अतुल पर 3 करोड़ रुपये देकर उनके खिलाफ चल रहे मामलों को वापस लेने और बेटे से मिलने के अधिकार के लिए 30 लाख रुपये की मांग की थी. इसके चलते परेशान होकर अतुल ने हाल ही में आत्महत्या कर ली थी.
Atul Subhash suicide case | Accused Nikita Singhania has been arrested from Gurugram, Haryana. Accused Nisha Singhania and Anurag Singhania arrested from Prayagraj and produced before the court and given to judicial custody: Shivakumar, DCP White Field Division, Bengaluru… pic.twitter.com/8XxZUcwkfQ
— ANI (@ANI) December 15, 2024
गुरुग्राम और प्रयागराज से हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि निकिता को हरियाणा के गुरुग्राम से और निशा व अनुराग को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया. सभी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
पुलिस की सक्रियता के बाद गिरफ्तारी
बेंगलुरु पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद से आरोपियों को ट्रेस किया और इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी सुनिश्चित की. यह मामला समाज में घरेलू विवादों और कानूनी प्रताड़ना के गंभीर प्रभावों को उजागर करता है.
आगे की जांच जारी
पुलिस अब इस मामले में और सबूत जुटाने और आरोपियों पर लगे आरोपों की पुष्टि के लिए जांच कर रही है. अतुल के परिवार ने न्याय की मांग की है और दोषियों को कड़ी सजा देने की अपील की है.
जौनपुर के रहने वाले अतुल सुभाष AI इंजीनियर थे. अतुल की शादी साल 2019 में जौनपुर की ही रहने वाली निकिता सिंघानिया से हुई थी. शादी के शुरूआती दिनों में तो सबकुछ ठीक रहा है. लेकिन, कुछ दिनों बाद ही निकिता बेंगलुरू से जौनपुर वापस आ गई. इसके बाद पत्नी और ससुरालवालों ने अतुल पर दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा का केस कर दिया. शादी के 5 साल में ही पत्नी और उसके परिवारवालों ने अतुल को जान देने कि लिए मजबूर कर दिया.
आत्महत्या से पहले अतुल सुभाष का वीडियो
अतुल सुभाष ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो बनाकर खुलासा किया कि उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साला अनुराग सिंघानिया और चचेरे ससुर ने मिलकर उन्हें और उनके परिवार को झूठे केसों में फंसाया. दो सालों में 120 से ज्यादा कोर्ट की तारीखों के बाद भी कोई न्याय नहीं मिला, जिससे परेशान होकर उन्होंने अपनी जान दे दी.
अतुल ने बताया कि उनकी पत्नी ने उन पर हत्या की कोशिश, अननेचुरल सेक्स, घरेलू हिंसा और दहेज मांगने जैसे झूठे आरोप लगाए, जिनमें ऐसी धाराएं थीं कि जमानत मिलना भी मुश्किल था. निकिता ने 3 करोड़ रुपये का गुजारा भत्ता मांगा और उनके बच्चे से मिलने तक नहीं दिया. अतुल ने अपने वीडियो में अपील की कि उनके बच्चे को उनके माता-पिता को सौंपा जाए ताकि वह सही परवरिश पा सके.
फैमिली कोर्ट जज पर घूस लेने का आरोप
अतुल ने आरोप लगाया कि जौनपुर फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक ने केस निपटाने के लिए 5 लाख रुपये की घूस मांगी. घूस न देने पर जज ने 40,000 रुपये मासिक भरण पोषण का आदेश पारित किया. जब अतुल ने पत्नी पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया, तो जज हंस पड़ीं.
दहेज मामले में साजिश
अतुल ने बताया कि शादी के कुछ समय बाद निकिता के पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई, लेकिन निकिता के परिवार ने दहेज मांगने के आरोप में केस दर्ज कराया और 10 लाख रुपये की मांग की. अतुल ने कहा कि उन्होंने निकिता के परिवार की आर्थिक मदद भी की थी.
न्याय की गुहार
अतुल ने कहा कि उनकी अस्थियों का विसर्जन तब तक न किया जाए, जब तक उनके प्रताड़ित करने वालों को सजा न मिले. उन्होंने न्यायिक व्यवस्था से अपील की कि उनके परिवार को परेशान न किया जाए. उनकी टी-शर्ट पर “Justice Is Due” लिखा था, और उन्होंने आत्महत्या से पहले एक एनजीओ को भी मैसेज किया जो महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा के मामलों पर काम करता है. अतुल के परिवार ने इस मामले में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की अपील की है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है.