देश की खबरें | यूजीसी प्रमुख ने बताया, सीयूईटी-यूजी के स्कोर को क्यों और कैसे किया जाता है सामान्यकृत

नयी दिल्ली, 15 जुलाई विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के प्रमुख एम. जगदीश कुमार के अनुसार साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी)-स्नातक में प्रत्येक अभ्यर्थी के प्रदर्शन का मूल्यांकन सम-प्रतिशत पद्धति का उपयोग करके किया जाता है और स्कोर कार्ड में दर्शाए गए अंक सामान्यीकृत स्कोर होते हैं।

देश भर के 200 से अधिक विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए होने वाली परीक्षा सीयूईटी-यूजी के परिणाम शनिवार को घोषित किए गए।

कुमार ने कहा, “यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सीयूईटी-यूजी छह सप्ताह की अवधि के दौरान आयोजित की जाती है, जिसमें किसी दिए गए विषय में परीक्षा अलग-अलग दिनों में आयोजित की जाती है। लिहाजा स्वाभाविक रूप से यह सवाल उठता है कि हम अलग-अलग छात्रों के प्रदर्शन की तुलना एक समान पैमाने पर कैसे करेंगे क्योंकि उन्होंने एक ही विषय की परीक्षा अलग-अलग दिनों में दी है।”

उन्होंने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि प्रवेश उस 'स्कोर' के आधार पर किया जाए जो छात्रों के प्रदर्शन की सटीक तुलना करता हो।”

यह पूछे जाने पर कि सीयूईटी-यूजी के लिए सामान्यीकरण क्यों किया जाता है और सभी प्रवेश परीक्षाओं के लिए नहीं, इसपर उन्होंने कहा कि सीयूईटी-यूजी के विपरीत, अन्य प्रवेश परीक्षाएं कम विषयों में आयोजित की जाती हैं।

कुमार के अनुसार साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी)-स्नातक में प्रत्येक अभ्यर्थी के प्रदर्शन का मूल्यांकन सम-प्रतिशत पद्धति का उपयोग करके किया जाता है और स्कोर कार्ड में दर्शाए गए अंक सामान्यीकृत स्कोर होते हैं।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)