जयपुर, 18 जुलाई राजस्थान सरकार ने छबड़ा तापीय विद्युत परियोजना का विस्तार कर 9606.06 करोड़ रुपये की लागत से 660-660 मेगावाट क्षमता की दो अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल तकनीक आधारित इकाइयां स्थापित करने का फैसला किया है।
इसके साथ ही सरकार काली सिंध में 800 मेगावाट क्षमता का एक अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्रोजेक्ट स्थापित करेगी। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम के इस आशय के प्रस्तावों का अनुमोदन किया है।
छबड़ा राज्य के बारां व कालीसिंध झालावाड़ जिले में है। इसके अनुसार इस स्वीकृति से छबड़ा तापीय विद्युत परियोजना का विस्तार कर 9606.06 करोड़ रुपये लागत की 660-660 मेगावाट क्षमता की दो अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल तकनीक आधारित इकाइयां स्थापित होगी।
साथ ही कालीसिन्ध तापीय विद्युत परियोजना का विस्तार करते हुए 6054.58 करोड़ रुपये लागत की 800 मेगावाट क्षमता की एक अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल तकनीक आधारित इकाई स्थापित हो सकेगी।
उल्लेखनीय है कि गहलोत ने बजट 2022-23 में उत्पादन निगम के थर्मल पावर संयंत्रों में कोयले की बचत, प्रदूषण में कमी एवं पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल तकनीक आधारित थर्मल पावर परियोजन की स्थापना की घोषणा की थी।
पृथ्वी
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