नई दिल्ली, 20 दिसंबर : 'इंडिया ब्लॉक' के विरोध मार्च में शामिल नेताओं ने कहा कि भाजपा द्वारा संसद परिसर में धक्का-मुक्की प्रकरण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर केस दर्ज कराने का मकसद डाॅ आंबेडकर से ध्यान भटकाने की कोशिश है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संविधान निर्माता डॉ आंबेडकर पर अशोभनीय टिप्पणी की है, देश की जनता इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकती है.
विरोध मार्च में शामिल कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा, “असल मुद्दा संसद में हुई धक्का मुक्की नहीं, बल्कि अमित शाह का बयान है. भाजपा ने इस मुद्दे से सभी का ध्यान भटकाने के लिए यह सब किया है. हमारी मांग स्पष्ट है कि आखिर अमित शाह कब देश से माफी मांगने जा रहे हैं, क्योंकि डॉ बाबा साहेब आंबेडकर पर उनके द्वारा की गई टिप्पणी को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है.” यह भी पढ़ें : पंजाब सरकार और चिकित्सक प्रदर्शनकारी किसान नेता के अस्पताल में भर्ती होने पर फैसला करेंगे: न्यायालय
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने आईएएनएस से बातचीत में राहुल गांधी पर दर्ज एफआईआर के बारे में कहा, “यह बिल्कुल गलत हुआ है. यह फर्जी एफआईआर है. इसका कोई मतलब नहीं है.” कांग्रेस पार्टी की राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने कहा, “हम लोग शांतिपूर्वक मार्च कर रहे हैं. मौजूदा समय में जो कुछ भी हो रहा है, वो लोकतंत्र के खिलाफ है. अमित शाह ने डॉ आंबेडकर के संबंध में जिस तरह का बयान राज्यसभा में दिया, उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता. अगर अमित शाह अपने बयान को लेकर माफी मांग लेंगे, तो क्या हो जाएगा. उन्हें बस छोटी सी बात कहनी है कि मेरी जुबान फिसल गई थी.”
झारखंड मुक्ति मोर्चा की नेता महुआ माजी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा,“ संसद के सीसीटीवी कैमरों को सार्वजनिक किया जाए, ताकि देश के सामने पूरी सच्चाई आ सके. सीसीटीवी फुटेज जनता के सामने आने पर ही पता चल पाएगा कि क्या झूठ है और क्या सच. यह सब साजिश है, झूठ है. पूरे देश का ध्यान असल मुद्दे से भटकाने के लिए भाजपा द्वारा यह सब किया जा रहा है.”
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “राहुल गांधी पर एफआईआर इसलिए दर्ज की गई है, ताकि बाबा साहेब आंबेडकर पर की गई अपमानजनक टिप्पणी से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके.”
बता दें कि भाजपा सांसद प्रताप सारंगी ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर धक्का मारने का आरोप लगाया था. उन्होंने अपने आरोप में कहा था कि राहुल गांधी के धक्का मारने की वजह से मुझे चोट लगी. लेकिन, राहुल गांधी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. इसके विपरीत उन्होंने भाजपा नेताओं पर धक्का मारने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता लगातार यह कोशिश कर रहे थे कि हम लोग संसद में दाखिल ना हो पाएं. राहुल गांधी ने कहा था कि संसद में जाना मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है और मुझे संसद जाने से मुझे कोई भी नहीं रोक सकता.