प्रयागराज, आठ जनवरी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बुधवार को कहा कि महाकुम्भ मेले में श्रद्धालुओं के ठहरने एवं आवागमन के लिए समुचित प्रबंध किए गए हैं और उनकी सुविधाओं के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
मंत्री ने महाकुम्भ क्षेत्र में तैयारियों का जायजा लेने के बाद यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से कहा, “महाकुम्भ भारतीय आस्था के स्पंदन का प्रतीक है। राज्य सरकार का प्रयास है कि महाकुम्भ से लौटने वाला प्रत्येक श्रद्धालु एक सुखद अनुभूति लेकर जाए।”
उन्होंने कहा कि प्रयागराज शहर में 20 लघु मंचों के माध्यम से प्रदेश की विभिन्न लोक कलाओं का क्षेत्रीय कलाकारों द्वारा 45 दिनों तक भव्य प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा, महाकुम्भ में भव्य ड्रोन शो और लेजर शो भी आयोजित किया जाएगा।
सिंह ने बताया कि महाकुम्भ के दौरान 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज देशभर के कलाकारों के संगम का भी अवसर प्रदान करेगा। उत्तर प्रदेश पर्यटन निगम ने पर्यटकों के लिए विभिन्न टूर पैकेज तैयार किए हैं।
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग की ओर से पांच एकड़ क्षेत्र में उत्तर प्रदेश राज्य मंडप की स्थापना की जा रही है जिसमें वृहद मानचित्र पर थ्री-डी तकनीक के माध्यम से अयोध्या, काशी, मथुरा, प्रयागराज, कुशीनगर, सारनाथ, नैमिषारण्य सहित कुल 12 सर्किट को प्रदर्शित किया जाएगा।
प्रदेश के पर्यटन विभाग की विशेष सचिव ईशा प्रिया ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि महाकुम्भ-2025 से संबंधित समस्त जानकारियों के लिए वेबसाइट एवं ऐप तैयार की गई है।
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही 990 पर्यटन गाइड और 1,500 दुकानदारों को प्रशिक्षित किया गया है। करीब 1000 टैक्सी-ऑटो चालकों और 600 नाविकों को किस्सागोई का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है तथा वे श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को कुम्भ की कथा सुनाएंगे।
उन्होंने बताया कि विभाग ने पर्यटकों के लिए मानचित्र की व्यवस्था की है जो भारत की समस्त ओं में उपलब्ध होगी, ताकि अन्य प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत ना हो।
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