ओटावा, 9 जनवरी, : हरदीप सिंह निज्जर हत्या केस में जस्टिन ट्रूडो सरकार को बड़ा झटका लगा है. सुपीम कोर्ट ने मामले में चारों आरोपियों को कानूनी सुनवाई लंबित रहने तक जमानत पर रिहा कर दिया है.
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक चार प्रतिवादियों में से तीन वीडियो के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पेश हुए जबकि चौथे का प्रतिनिधित्व वकील ने किया. अभियुक्त की अगली अदालती उपस्थिति 11 फरवरी, 2025 को निर्धारित की गई है. यह भी पढ़ें : पांच मिनट के लिए लगा हम अब जिंदा नहीं बचेंगे: तिरुपति भगदड़ में जीवित बचे पीड़ित
18 जून 2023 को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारा की पार्किंग में गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस मामले में करण बराड़, कमलप्रीत सिंह, करणप्रीत सिंह और अमनदीप सिंह को आरोपी बनाया गया.
निज्जर हत्याकांड नई दिल्ली और ओटावा के संबंधों में बड़े विवाद की वजह बन गया जब कनाडा के पीएम जस्टिसन ट्रूडो ने इस हत्या में भारत के शामिल होने का आरोप लगाया. उन्होंने 18 सितंबर 2023 को संसद में कहा था, "पिछले कुछ हफ्तों से, कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार के एजेंटों और निज्जर की हत्या के बीच संभावित संबंध के विश्वसनीय आरोपों की सक्रिय रूप से जांच कर रही हैं."
नई दिल्ली ने इस आरोप को मजबूती से खारिज कर दिया और कनाडा की तरफ से इसे लेकर कभी कोई सबूत सामने नहीं रखे गए. इस मामले में चारों आरोपियों की रिहाई जस्टिन ट्रूडो के लिए मुश्किलों को और बड़ा सकती है जिन्होंने पीएम पद और लिबरल पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है. हालांकि, वह लिबरल पार्टी के नए नेता चुने जाने तक प्रधानमंत्री पद पर रहेंगे.