कोलकाता, 29 दिसंबर पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने रविवार को कहा कि बांग्लादेश से घुसपैठ पर रोक लगाने की जिम्मेदारी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की है। कुमार ने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा बल की ‘‘कमियों’’ के बावजूद राज्य पुलिस इस मुद्दे से प्रभावी ढंग से निपट रही है।
आईपीएस अधिकारी ने पुलिस की पेशेवराना कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि पुलिस घुसपैठ की समस्या से सफलतापूर्वक निपट रही है। उन्होंने राज्य के लोगों को भरोसा दिलाया कि पुलिस पड़ोसी देश की स्थिति पर नजर रखे हुए है और वाम तथा दक्षिणपंथी चरमपंथ से निपटने में अपनी पिछली सफलता का उल्लेख किया।
राज्य की अंतरराष्ट्रीय सीमा के जरिये बढ़ती घुसपैठ का जिक्र करते हुए कुमार ने कहा, ‘‘घुसपैठ के मुद्दे से निपटना बीएसएफ की जिम्मेदारी है। विभिन्न चुनौतियों के बावजूद हम (राज्य पुलिस) अच्छा काम कर रहे हैं।’’
यहां राज्य पुलिस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे डीजीपी के साथ राज्य खुफिया शाखा के एडीजी और आईजीपी जावेद शमीम और कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा भी थे।
कुमार ने आश्वासन देते हुए कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल पुलिस बहुत ही पेशेवर बल है। हम राज्य के लोगों को आश्वस्त करना चाहेंगे कि हम बांग्लादेश की स्थिति पर नजर रख रहे हैं। इससे पहले हम वाम और दक्षिणपंथी चरमपंथ से सफलतापूर्वक निपटे हैं। हम फिर से ऐसा करेंगे।’’
आईपीएस अधिकारी ने कहा, ‘‘अगर कोई मेघालय के तुरा के जरिये भी भारत में प्रवेश करता है, तो उसे दूसरे राज्यों में पहुंचने के लिए पश्चिम बंगाल से गुजरना होगा। बांग्लादेश में स्थिति नाजुक है और हम नहीं चाहते कि इसका असर यहां भी हो।’’
बीएसएफ के संचालन की परोक्ष रूप से आलोचना करते हुए कुमार ने सीमा सुरक्षा के संचालन में कई खामियों का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल एकमात्र ऐसा राज्य है जिसकी सीमा तीन देशों से लगती है। बीएसएफ सीमाओं की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है, लेकिन इसके संचालन में कई खामियां हैं। हाल ही में, कई लोग सीमा पार करके बंगाल में घुस आए, लेकिन हम कार्रवाई कर रहे हैं। हम घुसपैठियों को गिरफ्तार करते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि उन्हें संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया जाए।’’
कुमार ने राज्य में छिपे 'तहरीक-ए-मुजाहिदीन' के आतंकवादी को पकड़ने में पुलिस की भूमिका की प्रशंसा की और कहा कि विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने जम्मू कश्मीर पुलिस को सतर्क करने से पहले दो दिनों तक उस व्यक्ति पर नजर रखी थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हम चुपचाप अपना काम कर रहे हैं। हमने राज्य एसटीएफ की सूचना के आधार पर दो दिनों तक कश्मीरी आतंकवादी पर नजर रखी। फिर हमने कश्मीर पुलिस को सूचित किया। हम जांच के बारे में बहुत अधिक जानकारी साझा नहीं कर सकते।’’
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