नयी दिल्ली, दस जनवरी साहित्यकारों, नौकरशाहों और कलाकारों की मौजूदगी में जेएलएफ दिल्ली में बृहस्पतिवार की शाम 19वें साहित्य उत्सव के दौरान आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों का विस्तृत ब्यौरा पेश किया गया।
टीमवर्क आर्ट्स द्वारा यहां द लीला पैलेस में जेएलएफ पूर्वावलोकन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
गुलाबी नगरी जयपुर में 30 जनवरी से तीन फरवरी तक आयोजित होने जा रहे जेएलएफ में इस बार 300 से अधिक जानी मानी हस्तियां भाग लेंगी जिनमें नोबेल पुरस्कार विजेता, बुकर पुरस्कार विजेता, नीति निर्माता और ख्यातिप्राप्त लेखक शामिल होंगे।
इनमें अभिजीत बनर्जी, एस्थर डफलो, अमोल पालेकर, इरा मुखोटी, गीतांजलि श्री, डेविड हारे, मानव कौल, जावेद अख्तर, राहुल बोस, युआन ऐव्स, शाहू पटोले, कलोल भट्टाचार्य और वेंकी रामाकृष्णन शामिल हैं।
जेएलएफ दिल्ली प्रीव्यू को संबोधित करते हुए इतिहासकार और जेएलएफ के सह निदेशक विलियम डेलरिम्पल ने कहा कि जेएलएफ लगातार एक वैश्विक मंच की भूमिका अदा कर रहा है जहां ‘विश्व की कुछ सर्वाधिक प्रभावशाली आवाजें एक साथ आकर चर्चा करती हैं, प्रेरित करती हैं और विचारों को साझा करती हैं।’
उन्होंने कहा, ‘‘यह व्यापक विषयों पर एक सार्थक चर्चा को प्रोत्साहित करता है, विभिन्न संस्कृतियों और बौद्धिक वर्गों को साथ लाता है। यह न केवल साहित्य का उत्सव मनाता है बल्कि तेजी से आपस में जुड़ती लेकिन इसके बावजूद विभाजित दुनिया में आपसी समझ और सहयोग की मशाल को लेकर चलता है।’’
इस महोत्सव में लोकतंत्र और समानता जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित करने वाले सत्र होंगे, जिनमें न्याय की शाश्वत खोज और संवैधानिक आदर्शों के पीछे की सच्चाई की जांच की जाएगी। अपराध कथा खंड रहस्य और सस्पेंस की रोमांचक कहानियां लेकर आएगा, और जीवनी एवं संस्मरण खंड असाधारण जीवन के बारे में अंतरंग अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।
समारोह की सह निदेशक और लेखिका नमिता गोखले ने कहा,‘‘ इस बार जेएलएफ किताबों, विचारों, बहसों का अद्भुत मेल होगा जहां 13 अंतरराष्ट्रीय और 13 भारतीय ओं सहित कुल 26 एं दुनिया के अलग अलग हिस्सों की खिड़कियां खोलेंगी ।’’
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