जरुरी जानकारी | राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2024 के लिए नामांकन 15 जुलाई से

नयी दिल्ली, 10 जुलाई सरकार ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2024 की नामांकन प्रक्रिया 15 जुलाई से शुरू होगी। इस साल क्षेत्र में डेयरी विकास को बढ़ावा देने को पूर्वोत्तर के लिए एक विशेष पुरस्कार दिया जाएगा।

पशुपालन और डेयरी विभाग किसानों को स्थायी आजीविका प्रदान करने के लिए इस क्षेत्र के प्रभावी विकास के लिए सभी प्रयास कर रहा है।

भारत की स्वदेशी गोजातीय नस्लें मजबूत हैं और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आनुवंशिक क्षमता रखती हैं।

राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आरजीएम) को वैज्ञानिक तरीके से स्वदेशी गोजातीय नस्लों के संरक्षण और विकास के उद्देश्य से दिसंबर, 2014 में शुरू किया गया था।

इस मिशन के तहत वर्ष 2021 से यह विभाग दूध उत्पादक किसानों, डेयरी सहकारी समितियों/एमपीसी/एफपीओ और कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों (एआईटी) को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर साल राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान कर रहा है।

पुरस्कार के लिए नामांकन, 15 जुलाई से राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल के माध्यम से, ऑनलाइन प्रस्तुत किए जाने चाहिए और नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त होगी। इस वर्ष 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

इस वर्ष भी राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों के लिए है- क) देशी गाय/भैंस की नस्लों का पालन करने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान, सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति (डीसीएस)/दूध उत्पादक कंपनी (एमपीसी)/डेयरी किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी)।

बयान में कहा गया है, ‘‘इस वर्ष से विभाग ने पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर) के राज्यों के लिए एक विशेष पुरस्कार शामिल किया है ताकि पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर) में डेयरी विकास गतिविधियों को प्रोत्साहित और बढ़ावा दिया जा सके।’’

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