जयपुर, 20 दिसंबर : राजस्थान की नवगठित 16वीं विधानसभा के पहले सत्र के पहले दिन बुधवार को जुबेर खान, यूनुस खान सहित कई नवनिर्वाचित विधायकों ने संस्कृत में शपथ ली. अनेक विधायकों ने राजस्थानी में शपथ लेनी चाही लेकिन आसन ने व्यवस्था का हवाला देते हुए इससे इनकार कर दिया. सत्र की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई. प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई. सबसे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल ने पद की शपथ ली. उनके बाद उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी एवं प्रेमचंद बैरवा ने शपथ ली.
लगभग एक दर्जन विधायकों ने संस्कृत में शपथ ली. उनमें रामगढ़ से कांग्रेस विधायक जुबेर खान, डीडवाना से निर्दलीय विधायक यूनुस खान, भाजपा विधायक दीप्ति माहेश्वरी तथा नौक्षम चौधरी भी शामिल हैं. अनेक विधायकों ने राजस्थानी में शपथ लेनी चाही. कोलायत से विधायक अंशुमान सिंह भाटी ने सबसे पहले राजस्थानी में शपथ लेनी चाही. प्रोटेम स्पीकर सराफ ने राजस्थानी के संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं होने तथा सदन की व्यवस्था का हवाला देते हुए इसकी अनुमति देने से इनकार किया। तब भाटी ने हिंदी में शपथ ली.
Rajasthan Independent MLA Yoonus Khan takes oath in Sanskrit. pic.twitter.com/af7Dzr06Xl— News Arena India (@NewsArenaIndia) December 20, 2023
शिव से युवा विधायक रवींद्र भाटी ने राजस्थानी में पूरी शपथ पढ़ ली फिर आसन के कहने पर उन्होंने हिंदी में शपथ पढ़ी. सूरतगढ़ से विधायक डूंगरराम के साथ साथ बाबू सिंह राठौड़, भीमराज भाटी ने भी राजस्थानी में शपथ लेनी चाही और बाद में हिंदी में शपथ ली.
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक शांति धारीवाल ने अचानक सत्र बुलाने पर आपत्ति जताई. कांग्रेस के विधायक, संसद में विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर अपना विरोध जताने के लिए बांह पर काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शपथ लेने के बाद संसद से विपक्ष के सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाना चाहा लेकिन आसन ने इसकी अनुमति नहीं दी. सदन में इस दौरान मौजूद प्रमुख चेहरों में कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट तो सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं अन्य नेता नजर आए. गहलोत 'विपक्ष' में वरिष्ठ विधायक दयाराम पंवार के साथ बैठे। पायलट एवं धारीवाल एक साथ पर बैठे थे.
राजे, पुष्पेंद्र सिंह राणावत एवं वासुदेव देवनानी के साथ बैठीं. भाजपा एव कांग्रेस के अनेक विधायकों ने राजे को अभिवादन किया. बड़ी संख्या में विधायक राजे के पैर छूने गए तो अनेक विधायकों ने गहलोत के पैर भी छुए. पहले दिन दिन राजस्थान की अनूठी संस्कृति की झलक भी सदन में दिखी. भारत आदिवासी पार्टी के तीनों विधायक पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचे. युवा विधायक भाटी भी पारंपरिक राजधानी वेशभूषा में शपथ लेने पहुंचे. अनेक विधायकों ने राजस्थानी साफे एवं पगड़ी पहन रखी थी. सत्तापक्ष के अनेक विधायकों ने पार्टी का 'दुपट्टा' गले में ले रखा था.
शपथ लेने के बाद विधायकों ने जय श्रीराम, वंदे मातरम, जय भारत, जय भीम, जय संविधान से लेकर अपने लोक देवताओं एव इलाकों के जयकारे लगाए। भाजपा की ओर से जीते तीन संतों. प्रतापपुरी पोकरण, ओटाराम देवासी सिरोही, बालमुकुंद आचार्य हवामहल ने भी पारंपरिक परिधान में शपथ ली. बयाना से निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत ट्रैक्टर चलाकर विधानसभा पहुंची. बीकानेर पश्चिम से विधायक जेठानंद व्यास बाइक पर विधानसभा आए.राजस्थान की नवगठित 16वीं विधानसभा का यह पहला सत्र है. लगभग नौ विधायक सदन में उपस्थित नहीं होने के कारण बुधवार को शपथ नहीं ले पाए. इन्हें बृहस्पतिवार को शपथ दिलाई जाएगी. इसके साथ ही कल राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष का चुनाव होगा.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)