देश की खबरें | मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि : कांग्रेस के ‘कुप्रबंधन’ के आरोपों को भाजपा ने बेबुनियाद करार दिया

नयी दिल्ली, 29 दिसंबर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राजकीय अंतिम संस्कार को लेकर विवाद रविवार को भी जारी रहा और भाजपा ने केंद्र के खिलाफ कांग्रेस के उन आरोपों को बेबुनियाद करार दिया कि अंत्येष्टि के दौरान असम्मान और कुप्रबंधन देखने को मिला।

पलटवार करते हुए भाजपा ने कांग्रेस से कहा कि वह ‘‘निराधार आरोप’’ लगाकर पूर्व प्रधानमंत्री के निधन का ‘‘राजनीतिकरण’’ करना बंद करे और उन्हें वह सम्मान दे जिसके वह हकदार थे।

शनिवार को कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने दावा किया कि मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में असम्मान और कुप्रबंधन देखने को मिला।

उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘डीडी (दूरदर्शन) को छोड़कर किसी भी समाचार एजेंसी को अनुमति नहीं दी गई। डीडी ने मोदी और शाह पर ध्यान केंद्रित किया। सिंह के परिवार को बमुश्किल ही कवर किया।’’

उन्होंने दावा किया कि सिंह के परिवार के लिए केवल तीन कुर्सियां सामने की पंक्ति में रखी गईं तथा कांग्रेस नेताओं को उनकी बेटियों और परिवार के अन्य सदस्यों के लिए सीट की व्यवस्था की खातिर जद्दोजहद करनी पड़ी।

खेड़ा ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय ध्वज को सिंह की पत्नी को सौंपे जाने या गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान प्रधानमंत्री और मंत्रियों ने खड़े होने की ज़हमत नहीं उठाई। अंतिम संस्कार के लिए चिता के आसपास परिवार को पर्याप्त स्थान नहीं दिया गया।’’

खेड़ा ने दावा किया कि गृह मंत्री अमित शाह के काफिले ने शव यात्रा को बाधित कर दिया, जिससे सिंह के परिवार की गाड़ियां बाहर रह गईं, गेट बंद कर दिया गया और परिवार के सदस्यों को ढूंढकर वापस अंदर लाना पड़ा।

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि अंतिम संस्कार की रस्में निभाने वाले दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नातियों को चिता तक पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ा तथा विदेशी राजनयिकों को कहीं और बैठाया गया और वे नज़र नहीं आए।

खेड़ा ने दावा किया, ‘‘हैरानी की बात यह रही कि जब भूटान के नरेश खड़े हुए, तो प्रधानमंत्री मोदी खड़े नहीं हुए...।’’

खेड़ा के आरोपों का बिंदुवार खंडन करते हुए भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने रविवार को कांग्रेस पर पूर्व प्रधानमंत्री के निधन का ‘‘राजनीतिकरण’’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘यह शर्म की बात है कि कांग्रेस पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन का राजनीतिकरण कर रही है।’’

खेड़ा के इस आरोप पर कि डीडी को छोड़कर किसी भी समाचार एजेंसी को कार्यक्रम को कवर करने की अनुमति नहीं दी गई, मालवीय ने कहा, ‘‘रक्षा मंत्रालय की कार्यक्रम के कवरेज में कोई भूमिका नहीं होती है। अतीत में भी केवल डीडी ने ही कवरेज किया है। प्रवेश पर प्रतिबंध सुरक्षा एजेंसियों द्वारा लगाया गया। राष्ट्रीय समारोह भी केवल डीडी द्वारा ही कवर किए जाते हैं।’’

भाजपा नेता ने कहा, ‘‘अंतिम संस्कार स्थल पर बैठने की व्यवस्था दिल्ली पुलिस के परामर्श से सीपीडब्ल्यूडी (केंद्रीय लोक निर्माण विभाग) द्वारा की गई थी। उपलब्ध स्थान के अनुसार आगे की पंक्ति में सीटों की संख्या अधिकतम रखी गई थी। पहली पंक्ति में परिवार के सदस्यों के लिए पांच सीटें निर्धारित की गई थीं। इन पर मनमोहन सिंह की पत्नी और उनकी तीन बेटियां बैठी थीं।’’

उन्होंने कहा कि शेष 20 सीटें संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के लिए थीं, जिन्हें पुष्पांजलि अर्पित करनी थी।

खेड़ा के इस आरोप पर कि मोदी और केंद्रीय मंत्री सिंह की पत्नी को राष्ट्रीय ध्वज सौंपे जाने या तोपों की सलामी के दौरान खड़े नहीं हुए, मालवीय ने कहा कि राजकीय अंतिम संस्कार ‘‘पूर्ण सैन्य सम्मान’’ के साथ किया गया।

सिंह के परिवार को चिता के आसपास अपर्याप्त स्थान दिए जाने के आरोप पर मालवीय ने कहा, ‘‘चिता के आसपास केवल परिवार के सदस्य, अंतिम संस्कार की रस्मों को अदा कराने वाले पुजारी ही मौजूद थे।’’

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