तिरुवनंतपुरम, दो दिसंबर केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) ने सोमवार को कहा कि वह "वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों को महत्वपूर्ण सहायता देने से केंद्र सरकार के इनकार" के खिलाफ पांच दिसंबर को तिरुवनंतपुरम में राजभवन और राज्यभर में केंद्र सरकार के कार्यालयों के बाहर धरना देगा तथा मार्च निकालेगा।
एक बयान के मुताबिक, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत एलडीएफ के संयोजक टीपी रामकृष्णन ने कहा कि मार्च और धरने को सफल बनाने के लिए सभी को आगे आना चाहिए।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर केरल से भेदभाव करने का आरोप लगाया।
इससे पहले, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने केंद्र सरकार पर इस साल जुलाई में वायनाड में विनाशकारी भूस्खलन से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए राज्य को वित्तीय सहायता प्रदान करने की आवश्यकता पर "आंखें मूंदने" का आरोप लगाया।
विजयन ने कहा कि केंद्र ने इस साल प्राकृतिक आपदा का सामना करने वाले अन्य राज्यों, मसलन-महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, बिहार, गुजरात और असम को पर्याप्त सहायता प्रदान की है। उन्होंने सवाल किया कि क्या केरल और उसके लोग भारत का हिस्सा नहीं हैं।
वायनाड में बड़े पैमाने पर हुई भूस्खलन की घटनाओं में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, हजारों लोग घायल हुए थे और बड़े पैमाने संपत्ति को नुकसान पहुंचा था।
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