नयी दिल्ली, 15 दिसंबर भारत का वनस्पति तेलों का आयात नवंबर में दो फीसदी घटकर 11.02 लाख टन रह गया।
वनस्पति तेलों (खाद्य और अखाद्य तेलों) का विपणन वर्ष नवंबर से अक्टूबर तक चलता है।
यह भी पढ़े | 1 जनवरी 2021 से लागू होगा चेक पेमेंट का नया नियम, Positive Pay देगी आपके पैसों को डबल सुरक्षा.
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) ने एक बयान में कहा, ‘‘वनस्पति तेलों का आयात नवंबर 2020 में 11,02,899 टन रहा, जो नवंबर 2019 में 11,27,220 टन था।’’
बयान के मुताबिक खाद्य तेलों का आयात पिछले साल नवंबर के 11,00,424 टन के मुकाबले घटकर नवंबर 2020 में 10,83,329 टन रह गया। समीक्षाधीन अवधि में गैर-खाद्य तेलों का आयात 26,796 टन से घटकर 19,570 टन रह गया।
यह भी पढ़े | RRB Exam 2020: रेलवे भर्ती परीक्षा शुरू, उम्मीदवारों को एग्जाम हाल में इन कोरोना नियमों का करना होगा पालन.
कारोबारियों के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के चलते मांग में यह कमी आई है।
उद्योग संगठन ने कहा है कि नवंबर 2020 में केवल दस हजार टन रिफाइंड पामोलिन तेल का आयात किया गया जबकि एक साल पहले इसी महीने में 1,22,409 टन पामोलिन का अयात किया गया था। वहीं कच्चे पाम तेल का आयात इस दौरान बढ़कर 10,73,329 टन तक पहुंच गया जो कि पिछले साल इसी माह के दौरान 9,78,015 टन रहा थ। वहीं पॉम तेल का अयात नवंबर में 6,18,468 टन रहा जो कि एक साल पहले इसी माह मं 6,72,363 टन रहा था। वहीं साफ्ट तेलों का अयात इस दौरान एक साल पहले नवंबर के 4,28,061 टन से बढ़कर 4,64,861 टन रहा था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)