नयी दिल्ली, चार मार्च वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि देश का वस्तु एवं सेवा निर्यात वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद चालू वित्त वर्ष में 750 अरब डॉलर से अधिक रह सकता है।
वित्त वर्ष 2021-22 में देश का वस्तु निर्यात इतिहास में सबसे ज्यादा 422 अरब डॉलर और सेवा निर्यात 254 अरब डॉलर तक पहुंच गया था। इसके साथ ही वस्तु एवं सेवा का सम्मिलित रूप से निर्यात 676 अरब डॉलर रहा था।
गोयल ने यहां आयोजित 'रायसीना डायलॉग 2023' सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “हमने पिछले वित्त वर्ष में वस्तु एवं सेवा निर्यात में 650 अरब डॉलर का आंकड़ा पार किया था। इस साल हम इससे भी बड़े आंकड़े का लक्ष्य बना रहे हैं। हम पिछले साल के आंकड़े को पार कर चुके हैं और अब 750 अरब डॉलर के आंकड़े को पार करने की उम्मीद कर रहे हैं।”
वैश्विक मांग में मंदी आने के कारण भारत का निर्यात लगातार दूसरे महीने जनवरी में 6.6 प्रतिशत गिरकर 32.91 अरब डॉलर रह गया।
इस वित्त वर्ष में अप्रैल से जनवरी के दौरान, वस्तु निर्यात 8.5 प्रतिशत वृद्धि के साथ 369.25 प्रतिशत हो गया जबकि सेवा निर्यात के इस दौरान 272 अरब डॉलर रहने का अनुमान है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि वर्ष 2030 तक भारत का वस्तु एवं सेवा निर्यात दो लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगा।
चीन के साथ बढ़ते व्यापार घाटे के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा कि सरकार गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के घरेलू विनिर्माण पर जोर दे रही है जिससे आयात घटाने में मदद मिलेगी।
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