भुवनेश्वर, 10 जनवरी विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यहां आयोजित तीन दिवसीय 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को शुक्रवार को बहुत सफल बताया।
जयशंकर आठ जनवरी को सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लेने यहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा, ‘‘प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन बहुत बेहतर ढंग से हो रहा है। कुछ ही देर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सम्मेलन के समापन सत्र में शामिल होने के लिए आएंगी। मेरा मानना है कि यह एक बहुत सफल कार्यक्रम रहा है।’’
मंत्री ने सम्मेलन के दौरान आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि बृहस्पतिवार की प्रस्तुति ने भारत और उसके प्रवासी समुदाय के बीच संबंधों को खूबसूरती से पेश किया।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी ने बृहस्पतिवार का सांस्कृतिक कार्यक्रम देखा होगा, जिसमें भारत और उसके प्रवासी समुदाय के बीच संबंधों को खूबसूरती से प्रदर्शित किया गया।’’
जयशंकर ने इस कार्यक्रम के दौरान मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान (एमआईटी) और हार्वर्ड विश्वविद्यालय के छात्रों से भी मुलाकात की।
विदेश मंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज प्रवासी भारतीय दिवस 2025 के मौके पर भारत की यात्रा पर आए हार्वर्ड और एमआईटी के शोध छात्रों से मिलकर प्रसन्नता हुई। उनसे भारत में हो रहे परिवर्तन, हमारी विदेश नीति के विकल्पों, प्रवासियों और हमारी वैश्विक छवि के बारे में बात की।’’
भारत में महिला सशक्तीकरण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, जयशंकर ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ. ऋतु करिधाल श्रीवास्तव और अन्य प्रवासी सदस्यों के योगदान की प्रशंसा की।
इस कार्यक्रम में 50 से अधिक देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रवासी भारतीयों ने हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को प्रवासी भारतीय दिवस-2025 का उद्घाटन किया था जबकि राष्ट्रपति मुर्मू शुक्रवार को समापन सत्र को संबोधित करेंगी और 27 लोगों को प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान करेंगी।
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