प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की दोस्ती अक्सर चर्चाओं में रहती है. मेलोनी ने कई मौकों पर पीएम मोदी के नेतृत्व और विजन की सराहना की है. वहीं, सोशल मीडिया पर दोनों को लेकर बनने वाले मीम्स भी खूब वायरल होते हैं. एक पॉडकास्ट के दौरान पीएम मोदी ने इन मीम्स पर अपनी प्रतिक्रिया दी.
Zerodha के फाउंडर निखिल कामथ के पॉडकास्ट ‘पीपल’ में प्रधानमंत्री मोदी ने हल्के-फुल्के अंदाज में बातचीत करते हुए इन वायरल “मेलोडी मीम्स” पर बात की. कामथ ने इटली के साथ पीएम मोदी के कनेक्शन पर मजाकिया लहजे में कहा, "मेरा पसंदीदा खाना पिज्जा है, और पिज्जा इटली से आता है.
जब कामथ ने पूछा कि क्या उन्होंने सोशल मीडिया पर मेलोडी मीम्स देखे हैं, तो पीएम मोदी मुस्कुराते हुए बोले, "वो तो चलता रहता है." उन्होंने यह भी कहा, "मैं उसमें अपना समय खराब नहीं करता."
मैं अपना समय खराब नहीं करता: मीम्स पर बोले पीएम मोदी
My fav food is Italian pizza, people say you too like "Italian things" well. Is it true?
This was really funny 🤣🤣🤣 pic.twitter.com/eRjP8rx3a6
— Mr Sinha (@MrSinha_) January 10, 2025
मेलोडी मीम्स का सफर
मेलोडी (Modi + Meloni) मीम्स ने तब सुर्खियां बटोरीं जब पिछले साल इटली में हुए G7 समिट के दौरान पीएम मोदी और मेलोनी की एक साथ हंसते हुए वीडियो वायरल हुई. इस घटना के बाद मेलोनी ने पीएम मोदी के साथ एक सेल्फी वीडियो भी साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "हेलो फ्रॉम मेलोडी टीम!"
हेलो फ्रॉम मेलोडी टीम
Hi friends, from #Melodi pic.twitter.com/OslCnWlB86
— Giorgia Meloni (@GiorgiaMeloni) June 15, 2024
पीएम मोदी ने भी जवाब दिया, "भारत-इटली की दोस्ती अमर रहे!" इसके बाद सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई, जिसमें दोनों नेताओं के शानदार तालमेल को मजाकिया अंदाज में पेश किया गया.
पीएम मोदी: "मैं फूडी नहीं हूं"
बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने यह भी बताया कि वे खाने के शौकीन नहीं हैं. उन्होंने कहा, "मैं फूडी नहीं हूं. जो भी खाना मुझे किसी भी देश में मिलता है, उसे खुशी-खुशी खा लेता हूं. अगर आप मुझे मेन्यू देंगे और पूछेंगे कि क्या खाना है, तो मैं नहीं चुन पाऊंगा." उन्होंने एक पुरानी घटना भी साझा की, जब वे बीजेपी के शुरुआती दिनों में दिवंगत अरुण जेटली से रेस्टोरेंट में खाना ऑर्डर करने में मदद लेते थे.
पीएम मोदी का यह पहला पॉडकास्ट अनुभव था. निखिल कामथ के साथ इस बातचीत में उन्होंने युवाओं की राजनीति में भागीदारी, वैश्विक संघर्ष, सोशल मीडिया के प्रभाव जैसे कई विषयों पर अपने विचार साझा किए.