
आइजोल, 29 जनवरी ‘जो री-यूनिफिकेशन ऑर्गनाइजेशन’ (जोरो) ने बुधवार को मिजोरम और मणिपुर के कुछ हिस्सों में मुक्त आवाजाही व्यवस्था (एफएमआर) को खत्म करने और 1,643 किलोमीटर लंबी भारत-म्यांमा सीमा पर बाड़ लगाने के केंद्र के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
ये प्रदर्शन मिजोरम के आइजोल, चंफई, सेरचिप, लुंगलेई और कोलासिब तथा मणिपुर के टेंग्नौपाल जिले में हुए।
प्रदर्शनकारियों ने सीमा पर नए प्रोटोकॉल को लागू करने वाले मिजोरम सरकार और केंद्र के आदेशों की प्रतियां जलाईं।
आइजोल में प्रदर्शन के दौरान जोरो के उपाध्यक्ष रोहमिंगथांगा कावलनी ने एफएमआर को खत्म करने को लेकर केंद्र की आलोचना की। एफएमआर सीमा के दोनों ओर 16 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले जातीय समुदायों को वीजा-मुक्त आवाजाही की अनुमति देता है।
उन्होंने नए नियमों को लागू करने के लिए मिजोरम सरकार के कदमों पर भी कड़ी आपत्ति जताई।
भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ के तहत 2018 में एफएमआर को लागू किया गया था। इसे खत्म करने का फैसला पिछले साल फरवरी में लिया गया।
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