Russia-Ukraine War: रूस के हमले के बाद यूक्रेन से निकले 219 भारतीयों को लेकर एअर इंडिया (Air India) का पहला विमान शनिवार शाम मुंबई हवाई अड्डे (Mumbai Airport) पर उतरा. यह उड़ान रोमानिया के बुखारेस्ट से आयी है. रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से एक-एक उड़ान रविवार (27 फरवरी) को भी आने वाली है. एअर इंडिया ने कहा कि 21म 9 भारतीयों को लेकर एआई-1944 उड़ान शाम सात बजकर 50 मिनट पर छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी. विमानन कंपनी ने एक छोटा वीडियो भी पोस्ट किया जिसमें भारत लौटने की खुशी में पहले जत्थे को ताली बजाते हुए देखा गया.
रूस के हमले के कारण 24 फरवरी की सुबह से यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को नागरिक विमानों के संचालन के लिए बंद कर दिया गया है. इसलिए, बुखारेस्ट और बुडापेस्ट से निकासी उड़ानें संचालित हो रही हैं. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल युद्ध प्रभावित यूक्रेन से लौटे भारतीय नागरिकों की अगवानी करने के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद थे. अधिकारियों के अनुसार दो अन्य उड़ानें बुखारेस्ट से एआई-1942 और बुडापेस्ट से एआई-1940 के रविवार सुबह दिल्ली हवाई अड्डे पहुंचने की संभावना है. तीनों उड़ानें भारत से शनिवार को रवाना हुई थीं. यह भी पढ़े: Russia-Ukraine War: यूक्रेन से निकाले गए 219 भारतीयों को लेकर एअर इंडिया की पहली उड़ान मुंबई पहुंची
उन्होंने कहा कि यूक्रेन-रोमानिया सीमा और यूक्रेन-हंगरी सीमा पर पहुंचे भारतीय नागरिकों को सड़क मार्ग से क्रमश: बुखारेस्ट और बुडापेस्ट ले जाया गया है ताकि भारत सरकार के अधिकारियों द्वारा उन्हें एअर इंडिया की उड़ानों से निकाला जा सके. अधिकारियों ने कहा कि सरकार यात्रियों से निकासी उड़ानों के लिए शुल्क नहीं ले रही है, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बृहस्पतिवार को बताया था कि यूक्रेन में लगभग 16,000 भारतीयों के फंसे होने का अनुमान है, जिनमें अधिकतर छात्र हैं.
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने वहां के कई शहरों पर रूस के हमलों तथा राजधानी कीव के आसपास भीषण लड़ाई की खबरों के मद्देनजर शनिवार को ताजा परामर्श जारी किया. दूतावास ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों से हर वक्त अत्यधिक सावधानी बरतने और देश से बाहर निकलने के लिए उसके अधिकारियों के साथ समन्वय के बिना किसी भी सीमा चौकी की ओर नहीं बढ़ने को कहा है. दूतावास ने कहा, ‘‘यूक्रेन में सभी भारतीय नागरिकों को सीमा चौकियों और कीव में भारत के दूतावास के आपात नंबरों पर भारत सरकार के अधिकारियों के साथ समन्वय के बिना किसी भी सीमा चौकी की ओर नहीं जाने की सलाह दी जाती है.
परामर्श में कहा गया कि कई जांच चौकियों पर स्थिति संवेदनशील है और भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए हम पड़ोसी देशों में अपने दूतावासों के साथ काम कर रहे हैं. कीव और रोमानिया सीमा चौकी के बीच की दूरी लगभग 600 किलोमीटर है और सड़क मार्ग से इस दूरी को तय करने में आठ घंटे से 11 घंटे का समय लगता है।. यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को कहा कि वह रोमानिया और हंगरी से निकासी मार्ग स्थापित करने के लिए काम कर रहा है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर बताया कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों की निकासी के मामले में प्रगति हुई है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी टीम 24 घंटे काम कर रही है। मैं व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहा हूं. हंगरी में भारतीय दूतावास ने कहा कि भारतीय छात्रों के पहले जत्थे ने यूक्रेन से जाहोनी सीमा नाका से हंगरी में प्रवेश किया, जो एअर इंडिया की उड़ान से भारत लौटने के लिए बुडापेस्ट जाएगा. यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को बंद करने से पहले, एअर इंडिया ने 22 फरवरी को कीव के लिए एक उड़ान संचालित की थी जिसमें 240 लोग वापस आए थे.
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