देश की खबरें | अभाविप ने नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से आठ छात्रों के निष्कासन की निंदा की

अयोध्या (उप्र), 27 जून अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में एमएससी के एक छात्र की आत्महत्या के बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे आठ विद्यार्थियों के निष्कासन और प्रवेश रद्द करने की बृहस्पतिवार को निंदा की।

अभाविप के राष्ट्रीय सचिव अंकित शुक्ला ने कहा कि संगठन कुलपति बिजेंद्र सिंह के तानाशाही कार्यों का कड़ा विरोध करता है। उन्होंने विद्यार्थियों के प्रवेश को तत्काल बहाल करने की मांग की।

शुक्ला ने धमकी दी कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन 48 घंटे के भीतर इन मांगों को नहीं मानता है तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि 13 मई को आत्महत्या करने वाले छात्र यशपाल के लिए न्याय और कुलपति की तानाशाही के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

अभाविप कार्यकर्ताओं ने बुधवार को कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के सामने भी विरोध प्रदर्शन किया था जब वह एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में आए थे। प्रदर्शनकारी छात्रों ने शाही की मौजूदगी में कुलपति के खिलाफ नारे भी लगाए।

अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद सदस्य ऋषभ गुप्ता ने कहा, "नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और कुछ राजनीतिक हस्तियों द्वारा संरक्षित हैं, जो शैक्षणिक संस्थान के भीतर अराजकता को बढ़ावा दे रहे हैं।"

‘‘पीटीआई-’’ से बात करते हुए विश्वविद्यालय के प्रवक्ता आशुतोष सिंह ने बताया कि शोध छात्र यशपाल ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसके गाइड ने उसकी ‘थीसिस’ को मंजूरी के लिए प्रस्तुत करने से मना कर दिया था।

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