Parliament Winter Session 2024: संसद का शीतकालीन सत्र से शुरू होने जा रहा है. संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले पीएम मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कि कहा कि संसद में स्वस्थ चर्चा हो, ज्यादा से ज्यादा लोग चर्चा में अपना योगदान दें. दुर्भाग्य से कुछ लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए जिनको जनता ने अस्वीकार किया है, वे संसद को भी मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी से नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं.
वहीं अपने स्पीच में पीएम मोदी ने कहा कि देश की जनता उनसे सारे व्यवहारों को गिनती है और समय आने पर सजा भी देती है. लेकिन दुख की बात है कि नए सांसदों के अधिकारों को कुछ लोग दबोच देते हैं. यह भी पढ़े: आज से शुरू होगा संसद का शीतकालीन सत्र, 16 नए विधेयकों और विपक्ष के तेवरों के बीच हंगामे के आसार
पीएम मोदी ने विपक्ष पर साधा निशान:
#WATCH दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले PM मोदी ने कहा, "संसद में स्वस्थ चर्चा हो, ज्यादा से ज्यादा लोग चर्चा में अपना योगदान दें। दुर्भाग्य से कुछ लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए जिनको जनता ने अस्वीकार किया है, वे संसद को भी मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी से… pic.twitter.com/qRqUbji8y5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 25, 2024
20 दिसंबर तक चलेगा सत्र:
संसद का शीतकालीन सत्र आज यानी सोमवार 25 नवंबर से शुरू होगा और 20 दिसंबर तक चलेगा. संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर 26 नवंबर को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. यह कार्यक्रम संविधान सदन में होगा.
संविधान दिवस के अवसर पर 26 नवंबर को विशेष कार्यक्रम:
संसद के पुराने भवन को अब संविधान सदन कहा जाता है जहां सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस का कार्यक्रम होगा. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्रालय ने बताया कि 26 नवंबर को संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ आयोजित की जा रही है. संविधान दिवस का यह कार्यक्रम पर संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में होगा.
जानें कितनी बैठकें होगी:
इस सत्र में दोनों सदनों की 19- 9 बैठकें होनी हैं जबकि 26 नवंबर को राज्यसभा और लोकसभा की बैठकें नहीं होंगी. सरकार ने सत्र में विचार के लिए वक्फ (संशोधन) विधेयक सहित 16 विधेयकों की सूची तैयार की है. लोकसभा में आठ और राज्यसभा में दो विधेयक लंबित हैं.
सत्र के दौरान केंद्र सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयकों को संसद से पारित कराने का प्रयास करेगी. इसमें बैंकिंग नियम (संशोधन) विधेयक और रेलवे (संशोधन) विधेयक शामिल हैं जिन्हें लोकसभा में पिछले सत्र में पेश किया गया था, लेकिन वे पारित नहीं हो पाए थे। राज्यसभा में भारतीय वायुयान विधेयक पेश किया जाएगा जिसे मानसून सत्र में लोकसभा की मंजूरी मिल चुकी है. कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल ऐतराज कर सकते हैं। ऐसे में संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहना तय माना जा रहा है.