US To Ban Chinese Apps? भारत की तरह चाइनीज ऐप पर अमेरिका लगा सकता है लगाम, TikTok की परेशानी बढ़ी
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (Photo Credits: Twitter)

वाशिंगटन: भारत की तरह ही अब अमेरिका (US) भी चीनी एप्स (Chinese Apps) के खिलाफ कड़ा फैसला ले सकता है. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Mike Pompeo) ने इस बात के संकेत दिए है. उन्होंने बताया कि अमेरिका चीन की वीडियो सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक (TikTok) समेत सभी चीनी सोशल मीडिया ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है.

विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने सोमवार को फॉक्स न्यूज (Fox News) को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अमेरिका निश्चित तौर पर टिकटॉक समेत चीन के ऐप्स को प्रतिबंधित करने पर विचार कर रहा है. अमेरिकी सांसदों ने टिकटॉक यूजर्स के डेटा को लेकर चिंता जाहिर करते हुए इसे राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरा बताया है. TikTok ने अब हांगकांग में समेटा अपना कारोबार, चीन के नए विवादित कानून के कारण लिया फैसला

पोम्पिओ की यह टिप्पणी अमेरिका और चीन के बीच कोरोनो वायरस के प्रकोप से निपटने, हांगकांग में चीन की कार्रवाइयों और लगभग दो साल के व्यापार युद्ध को लेकर बढ़ते तनाव के बीच आई है. दरअसल, चीन खुफिया काम के लिए अपनी घरेलू कंपनियों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है. जिससे अन्य देशों की डिजिटल जासूसी की जा सके.

उल्लेखनीय है कि डेटा सुरक्षा की वजह से भारत ने चीनी कंपनी बाइटडांस लिमिटेड के टिकटॉक समेत तीन ऐप को बैन किया है. जिससे कंपनी को कुल छह अरब डॉलर से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है. कंपनी की दो अन्य ऐप वीगो वीडियो और हेलो हैं.

भारत सरकार ने 29 जून को चीन की कुल 59 ऐप पर रोक लगा दी थी. इसमें टिकटॉक, वीगो वीडियो, हेलो, यूसी ब्राउजर, यूसी न्यूज, वीचैट और शेयरचैट जैसी चर्चित ऐप शामिल हैं. भारत सरकार ने देश की संप्रभुता और अखंडता और डेटा सुरक्षा को खतरा बताते हुये इन ऐप को बंद किया. लेकिन सरकार के इस निर्णय को 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच हुए हिंसक संघर्ष से जोड़कर देखा जा रहा है. इस संघर्ष में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे. उधर, चीनी ऐप्स भारत सरकार के समक्ष अपना पक्ष रख रहे है.