पांच अंगों (तिथि, वार, करण, योग और नक्षत्र) की गणनाओं से निर्मित पंचांग के बताये अनुसार हम शुभ-मंगल एवं नवीन कार्यों की शुरुआत करते हैं. मान्यता है कि शुभ घड़ी में किये गये कार्य पूर्ण एवं सफल होते हैं. आइये जानते हैं, आज 21 दिसंबर 2024, शनिवार के पंचांग में विभिन्न ग्रहों एवं नक्षत्रों आदि की स्थिति के बारे में.
हिंदू पंचांग के अनुसार 21 दिसंबर, 2024, दिन शनिवार, पौष कृष्ण पक्ष षष्ठी तिथि 12.21 PM तक, उपरांत सप्तमी, पिंगल संवत्सर विक्रम संवत 2081, शक संवत 1946 (क्रोधी संवत्सर), मार्गशीर्ष. नक्षत्र पूर्व फाल्गुनी 06.14 AM तक उपरांत उत्तर फाल्गुनी 09.09 AM, 23 दिसंबर तक. प्रीति योग 06.22 PM तक, उसके बाद आयुष्मान योग, करण वणिज 12.21 PM तक, बाद विष्टि 01.23 AM तक, बाद बव. राहु काल 09.46 AM से 11.05 AM तक है. सूर्य धनु राशि पर एवं चन्द्रमा सिंह राशि पर संचार करेगा. आज का अति शुभदायक है. यह भी पढ़ें : 21 December 2024 Rashifal: आज के दिन जन्मदिन मनाने वालों की राशि, शुभ रंग और अंक के साथ ही उपाय
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदयः 07.08 AM
सूर्यास्तः 05.42 PM
चन्द्रोदयः 11.29 PM, (21 दिसंबर)
चन्द्रास्तः 12.05 PM (22 दिसंबर)
दिशाः शूल, पूर्व
अग्निवासः आकाश
शिववासः भोजन
आज 21 दिसंबर 2024, शनिवार का पंचांग
तिथि | पौष कृष्ण पक्ष षष्ठी 12.21 PM, उपरांत सप्तमी, |
पक्ष | कृष्ण पक्ष |
वार | शनिवार |
नक्षत्र | पूर्व फाल्गुनी 06.14 AM तक उपरांत उत्तर फाल्गुनी |
योग | प्रीति योग 06.22 PM तक, उपरांत आयुष्मान योग, |
राहुकाल | 09.46 AM से 11.05 AM |
सूर्योदय-सूर्यास्त | 07.08 AM से 05.42 PM |
चंद्रोदय-चंद्रास्त | 11.29 PM 12.05 AM (22 दिसंबर) |
दिशा शूल | पूर्व दिशा |
चंद्रमा राशि | चन्द्रमा सिंह राशि पर |
सूर्य राशि | सूर्य धनु राशि पर है |
शुभ मुहूर्त, 21 दिसंबर 2024
ब्रह्म मुहूर्त | 05.20 AM – 06.15 AM |
अभिजीत मुहूर्त | 12.03 PM – 12.46 PM |
गोधुलि बेला | 05.26 PM – 05.54 PM |
निशिता काल | 11.52 PM – 12.47 PM (22 दिसंबर) |
अमृत काल | 11.10 PM – 12.56 AM |
विजय मुहूर्त | 11.52 PM – 12.47 PM (22 दिसंबर) |
आज का शुभ मुहूर्त
शुभ कालः
अभिजीत मुहूर्तः 12.03 PM – 12.46 PM
अमृत कालः 11.10 PM – 12.56 AM
ब्रह्म मुहूर्तः 05.20 AM – 06.15 AM
गोधुलि बेलाः 05.26 PM – 05.54 PM
विजय मुहूर्तः 11.52 PM – 12.47 PM (22 दिसंबर)
निशिता कालः 11.52 PM – 12.47 PM (22 दिसंबर)
सूर्यः धनु राशि पर है
चन्द्रमाः सिंह राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
अशुभ समय
राहुकाल: 09.45 AM से 11.02 AM
यमगण्ड: 01:37 PM से 02.54 PM
आडल योग: 07.10 AM से 06.14 AM, (22 दिसम्बर 22)
दुर्मुहूर्त: 07.10 AM से 07.51 AM
गुलिक काल: 07.10 AM से 08.27 AM, 07.51 AM से 08.32 AM
वर्ज्य: 12.36 PM से 02.22 PM
भद्रा: 12.21 PM से 01.22 AM, (22 दिसम्बर)
अशुभ काल
राहू कालः 09.46 AM – 11.05 AM
यम गण्डः 01.44 PM – 03.03 PM
कुलिकः 07.08 AM – 08.27 AM
दुर्मुहूर्तः 08.32 AM – 09.14 AM
वर्ज्यम् 12.36 PM – 02.22 PM
आज का पर्व एवं व्रत
21 दिसंबर को सूर्य के उत्तरायण होने से शिशिर ऋतु की शुरुआत होगी. इस दौरान सूर्य-पूजा का विशेष महत्व है. वैज्ञानिक नजरिये से देखें तो इन दिनों में कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए तिल-गुड़ से बनी चीजें खाई जाती हैं. सूरज की किरणों में विटामिन ‘D’ होता है. इसलिए इन दिनों सूर्य के सामने खड़े होकर पूजा करते हैं.