VIDEO: चीन में PM Modi का भव्य स्वागत, Tianjin में सुनाई दी वंदे मातरम की धुन; SCO Summit 2025 में हिस्सा लेंगे प्रधानमंत्री
Photo- @narendramodi/X

PM Modi China Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को चीन के तियानजिन शहर (Tianjin City) पहुंचे, जहां वे रविवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन समिट (SCO Summit 2025) में भाग लेंगे. अपनी जापान यात्रा पूरी करने के बाद, पीएम मोदी तियानजिन के Binhai International Airport पर उतरे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. तियानजिन पहुंचते ही प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि वे शिखर सम्मेलन के दौरान विभिन्न देशों के नेताओं के साथ विस्तृत चर्चा करेंगे और क्षेत्रीय व वैश्विक मामलों पर विचार साझा करेंगे.

ये भी पढें: पीएम मोदी ने जापानी प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी को भेंट किए अनूठे उपहार, सांस्कृतिक संबंधों को नई मजबूती

चीन में पीएम मोदी का भव्य स्वागत

तियानजिन में वंदे मातरम

2017 से SCO का सक्रिय सदस्य है भारत

SCO Summit 2025 के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकें करने की संभावना है. इनमें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के साथ बैठकें शामिल हैं. भारत 2017 से SCO का सक्रिय सदस्य है और 2022-23 के दौरान संगठन का अध्यक्ष पद भी संभाल चुका है.

'क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने के लिए भारत प्रतिबद्ध'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने एससीओ के निर्माण और विकास में हमेशा सक्रिय भूमिका निभाई है. भारत ने संगठन के माध्यम से नवाचार, स्वास्थ्य, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्र में कई नए विचार और पहल प्रस्तुत की हैं. इसके अलावा, भारत साझा चुनौतियों के समाधान और क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने के लिए भी प्रतिबद्ध है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जापान और चीन की हालिया यात्राएं भारत के राष्ट्रीय हितों और प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने में सहायक होंगी. उन्होंने यह भी कहा कि ये यात्राएं क्षेत्रीय और वैश्विक शांति, सुरक्षा और सतत विकास में सहयोग को मजबूत करने का अवसर प्रदान करेंगी.

SCO में कौन से देश हैं शामिल?

SCO एक स्थायी अंतर-सरकारी संगठन है, जिसकी स्थापना 15 जून 2001 को Shanghai में हुई थी. इसके सदस्य देशों में चीन, रूस, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, पाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, ईरान और बेलारूस शामिल हैं. इसके अलावा, अफगानिस्तान और मंगोलिया पर्यवेक्षक के रूप में जुड़े हुए हैं, जबकि नेपाल, तुर्की, श्रीलंका, सऊदी अरब आदि 14 अन्य देश संगठन के संवाद भागीदार हैं.