India China Direct Flights: भारत और चीन के संबंधों (India-China Relations) में एक बार फिर से नई गर्माहट दिखाई देने लगी है. दोनों देशों के बीच लगभग पांच साल बाद सीधी हवाई सेवाएं फिर से शुरू होने जा रही हैं. इस फैसले की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi China Visit) ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (XI Jinping PM Modi Meeting) के साथ अपनी मुलाकात के दौरान की. दोनों नेताओं की मुलाकात शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के अवसर पर तियानजिन (PM Modi in Tianjin) में हुई थी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उड़ानें बहाल करने पर सहमति बन गई है, हालांकि इसकी निश्चित तारीख की घोषणा अभी नहीं की गई है.
प्रधानमंत्री मोदी की यह सात साल बाद चीन यात्रा है, जिसने दोनों देशों के संबंधों को एक नई दिशा दी है.
क्यों बंद हुई थी उड़ान सेवा
गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) के दौरान सीमा विवाद के कारण भारत-चीन सीधी उड़ानें बंद कर दी गई थीं और फिर से शुरू नहीं हो पाई थीं. इसके कारण यात्रियों को हांगकांग या सिंगापुर (Hong Kong or Singapore) जैसे मार्गों से यात्रा करनी पड़ती थी. अब इंडिगो (Indigo Flight) और एयर इंडिया (Air India Flight) जैसी भारतीय एयरलाइंस के साथ-साथ एयर चाइना (Air China) और चाइना ईस्टर्न (China Eastern) जैसी चीनी कंपनियां भी सेवाएं शुरू करने के लिए तैयार हैं.
व्यापार और निवेश बढ़ाने पर सहमत
पिछले कुछ महीनों में दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार के संकेत मिले हैं. अगस्त में दिल्ली में हुई बैठक में भारत और चीन द्विपक्षीय व्यापार (India and China Bilateral Trade) और निवेश बढ़ाने पर सहमत हुए थे. इसके अलावा, जुलाई में भारत ने चीनी नागरिकों के लिए पर्यटक वीजा (Tourist Visa) पर प्रतिबंध हटा लिया था.
US की मनमानी से करीब आए भारत-चीन
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर भारी शुल्क (US Tariffs) लगाने और रूस से तेल खरीदने के बढ़ते दबाव के बीच भारत और चीन एक-दूसरे के साथ आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में सीधी उड़ानों की बहाली से व्यापार, निवेश और पर्यटन तीनों क्षेत्रों को नई गति मिलेगी.













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