मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद (Mahathir Mohamad) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. रिपोर्ट के मुताबिक महातिर मोहम्मद की सहयोगी दल ने अपना समर्थन वापस ले लिया. जिसके कारण महातिर मोहम्मद को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. टीवी चैनल अलजज़ीरा की खबर के मुताबिक महातिर मोहम्मद ने अपना इस्तीफा वहां के राजा को सौंप दिया. मलेशिया के प्रधानमंत्री के तौर पर महातिर मोहम्मद 10 मई 2018 को कार्यभार संभाला था. बता दें कि मलेशिया द्वारा नागरिकता संशोधन कानून और कश्मीर मुद्दे पर बयान के बाद यह कदम उठाया गया है.
मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर बिन मोहम्मद ने पिछले साल 20 दिसंबर को कहा था, मुझे यह देखकर खेद है कि भारत, जो एक धर्मनिरपेक्ष राज्य होने का दावा करता है, अब कुछ मुसलमानों को उनकी नागरिकता से वंचित करने की कार्रवाई कर रहा है. जिसके बाद भारत और मलेशिया के रिश्तों में खटास आ गई थी. यही नहीं विवादित इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक को स्थायी निवासी का दर्जा खत्म करने की भारत की अपील को भी नहीं माना था. मलेशिया की नकेल कसने के लिए दरअसल मोदी सरकार ने आठ जनवरी से मलेशिया के रिफाइंड पाम तेल के आयात पर अंकुश लगा दिया है.
वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ने खान ने कहा था कि उनका देश मलेशिया से अधिक पाम तेल का आयात करेगा. उन्होंने मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद को कश्मीर मुद्दे पर बोलने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा था कि वह भारत द्वारा मलेशिया से पाम तेल की खरीद पर लगाए गए अंकुश की भरपाई करने का प्रयास करेंगे.