Fukushima Radioactive Water Leak: जापान के फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र से 5.5 टन रेडियोधर्मी पानी जमीन में रिस गया है. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह रिसाव समुद्र तक पहुंचा है या नहीं.
असाही अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, इस रिसाव वाले पानी में रेडियोधर्मी पदार्थों का स्तर 22 बिलियन बेकरेल है, जो कि पर्यावरण में छोड़े जाने वाले अधिकतम स्वीकार्य स्तर 1.5 हजार बेकरेल से काफी अधिक है.
यह रिसाव उस समय हुआ जब संयंत्र के भंडारण टैंक में एक दरार पाई गई. टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी (TEPCO), जिसका यह संयंत्र है, ने कहा कि उसने रिसाव को रोकने के लिए उपाय किए हैं और स्थिति की निगरानी कर रही है.
हालांकि, इस घटना से स्थानीय लोगों में चिंता पैदा हो गई है. फुकुशिमा आपदा 2011 में हुई थी, जब भूकंप और सुनामी के कारण संयंत्र के तीन रिएक्टर पिघल गए थे. यह अब तक का सबसे गंभीर परमाणु हादसों में से एक था.
Radioactive water has leaked at Japan's Fukushima Daiichi Nuclear Power Plant
5.5 tons of radioactive water has leaked into the ground, and it is not known whether it has reached the ocean.
The level of radioactive substances in the water - 22 billion becquerels at the maximum… pic.twitter.com/JHHzavQoXn
— NEXTA (@nexta_tv) February 7, 2024
TEPCO ने आश्वासन दिया है कि इस रिसाव से कोई स्वास्थ्य जोखिम नहीं है. कंपनी ने यह भी कहा कि वह इस बात की जांच कर रही है कि रिसाव समुद्र तक पहुंचा है या नहीं.
इस घटना से जुड़े कई सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं. यह स्पष्ट नहीं है कि रिसाव कितना गंभीर है और इससे पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ेगा. TEPCO को इस घटना की पूरी जानकारी देने और प्रभावित समुदायों को आश्वस्त करने की आवश्यकता है.