कई भारतीय हर साल ग्रीन कार्ड लेकर अमेरिका रहने और काम करने के लिए जाते हैं, लेकिन अब प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद अमेरिका में भारतीयों का रहना मुश्किल हो गया है. दरअसल, ट्रंप प्रशासन ने अपने अप्रवासी नीति में बड़ा बदलाव किया है, जिसके चलते भारतीयों को ग्रीन कार्ड के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. बताया जाता है कि पिछले दो साल में भारतीयों को मिलने वाले ग्रीन कार्ड की संख्या में भारी गिरावट आई है. दरअसल, ग्रीन कार्ड जिनके पास होता है, उसे अमेरिका में रहने और काम करने का मौका मिलता है.
हालांकि ट्रंप प्रशासन द्वारा अप्रवासी नीति में किए गए बदलाव के कारण भारतीयों को अब ग्रीन कार्ड के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल करीब 6 लाख भारतीयों ने अमेरिका में ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन किया था, लेकिन सिर्फ 60,394 लोगों को ही मिल पाया है.
ट्रंप प्रशासन ने किया अप्रवासी नीति में बदलाव
अमेरिका में प्रवासी भारतीयों के संगठन की एक वेबसाइट के मुताबिक, 25 से 92 साल की उम्र के भारतीयों को ग्रीन कार्ड के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि ग्रीन कार्ड जारी करने की लिमिट खत्म हो गई है. खबर है कि अमेरिका के मौजूदा ट्रंप प्रशासन ने अप्रवासी नीति में बदलाव किया है, जिसके बाद से ही कुशल भारतीय-अमेरिकियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यह भी पढ़ें: इस वजह से ट्रंप के खिलाफ खड़े हुए अमेरिका के 350 अखबार
बता दें कि जब से नई अप्रवासी नीति आई है, तब से हर देश के लिए ग्रीन कार्ड मुहैया कराने के लिए मात्र 7 फीसदी कोटा निर्धारित किया गया है. पिछले साल 20,549 ऐसे भारतीयों को ग्रीन कार्ड दिया गया जिनका आवेदन पत्नी, संतान और माता-पिता की कैटेगरी में था, जबकि 14,962 ग्रीन कार्ड बहन-भाई की कैटेगरी में जारी किए गए.
ग्रीन कार्ड धारकों की घट रही है संख्या
डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी यानी डीएचएस ने 2 अक्टूबर को एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसके मुताबिक पिछले दो साल में ग्रीन कार्ड धारकों की तादात में कमी आई है. आंकड़ों के अनुसार, साल 2015 में 64,116 और साल 2017 में 64,687 भारतीयों को वैध स्थायी निवास के लिए ग्रीन कार्ड जारी किया गया था. इस रिपोर्ट के अनुसार, 137,885 भारतीयों को रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड जारी किए गए हैं, इनमें आधा हिस्सा पत्नी, बच्चे और माता-पिता का है.