Indian Student Missing in US: अमेरिका में फिर लापता हुआ भारतीय छात्र, 2 मई से 'गायब' है तेलंगाना का रूपेश, शिकागो पुलिस कर रही तलाश
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अमेरिका में भारतीय छात्रों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चिंता बढ़ गई है. तेलंगाना के 25 वर्षीय छात्र रूपेश चंद्र चिंताकिंडी के 2 मई से शिकागो में लापता होने की खबर है. रूपेश विस्कॉन्सिन की कॉनकॉर्डिया यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की पढ़ाई कर रहा था.

पुलिस और दूतावास कर रहे हैं तलाश

शिकागो पुलिस ने एक बयान में कहा है कि रूपेश चंद्र चिंताकिंडी N. शेरिडन रोड के 4300 ब्लॉक से लापता है. शिकागो में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा है कि वह रूपेश का पता लगाने और उससे संपर्क स्थापित करने के लिए पुलिस और भारतीय समुदाय के संपर्क में है. 6 मई को, शिकागो पुलिस ने एक बयान में लोगों से कहा कि अगर उन्हें रूपेश का पता चलता है तो वे पुलिस को सूचना दें.

लगातार हो रही ऐसी घटनाएं

यह घटना अमेरिका में भारतीय छात्रों की सुरक्षा और संरक्षा को लेकर चिंताजनक मामलों की एक श्रृंखला में नवीनतम है. इससे पहले अप्रैल में, मार्च से लापता एक 25 वर्षीय भारतीय छात्र क्लीवलैंड शहर में मृत पाया गया था. हैदराबाद के रहने वाले मोहम्मद अब्दुल अरफाथ पिछले साल मई में क्लीवलैंड यूनिवर्सिटी से आईटी में मास्टर्स करने के लिए अमेरिका आए थे.

भारतीय छात्रों पर हमले

मार्च में, मिसौरी के सेंट लुइस में भारत के एक 34 वर्षीय प्रशिक्षित शास्त्रीय नर्तक अमरनाथ घोष की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 5 फरवरी को इंडियाना के एक नेचर प्रिजर्व में पर्ड्यू यूनिवर्सिटी के 23 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी छात्र समीर कामथ मृत पाए गए थे. 2 फरवरी को, 41 वर्षीय भारतीय मूल के आईटी कार्यकारी विवेक तनेजा वाशिंगटन में एक रेस्टोरेंट के बाहर हमले के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जनवरी में, इलिनोइस विश्वविद्यालय के 18 वर्षीय छात्र अकुल धवन एक कैंपस बिल्डिंग के बाहर बेहोश पाए गए थे. जांच में पता चला कि उनकी मौत हाइपोथर्मिया से हुई थी, जिसमें अधिकारियों ने कहा था कि अत्यधिक शराब के सेवन और अत्यधिक ठंडे तापमान के लंबे समय तक संपर्क में रहने से उनकी मौत में महत्वपूर्ण योगदान मिला.

सुरक्षा पर सवाल

अमेरिका में भारतीय छात्रों पर लगातार हो रहे हमलों और उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है. भारतीय समुदाय और छात्र संगठन अमेरिकी अधिकारियों से सुरक्षा बढ़ाने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने की मांग कर रहे हैं.