नई दिल्ली: कोविड-19 (COVID-19) को लेकर पूरी दुनिया परेशान है. इस महामारी से यदि कोई सबसे ज्यादा परेशान है तो वह अमेरिका हैं. जहां पर प्रतिदिन बड़े पैमाने पर लोगों की जान जाने के साथ ही हजारों की संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं. अमेरिका (America) के लिए बुरी खबर है कि यह महामारी इस देश में कम होने की अपेक्षा बढ़ते ही जा रही है. इस बीच अमेरिका से ही खबर है कि कोविड-19 की चपेट में दस लाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं. हालांकि मौत के मामलों में कमी आई है. जो प्रतिदिन अमेरिका में करीब दो हजार लोगों की जान जाती थी वह कम हुई है. लेकिन संक्रमण में आने वालों की संख्या में कमी नहीं आ रही है. हालांकि कोरोना वायरस (Coronavirus) की चपेट में इटली, स्पेन, ब्रिटेन, फ्रांस आदि देश हैं. लेकिन इन देशों में अमेरिका के अपेक्षा लोगों की जान जाने के साथ ही संक्रमण के मामले कम हैं.
जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय (Johns Hopkins University) के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में इस महामारी से अब 1,022,259 लोग चपेट में आ चुके हैं. वहीं 57,862 लोगों की जाना जा चुकी हैं. जबकि 139,927 लोग ठीक हुए हैं . लेकिन मरने और संक्रमित लोगों की संख्या जिस तरह से है. उस हिसाब से अमेरिक में इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है. यह भी पढ़े: COVID-19: न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी में मृतक संख्या घटने के साथ अमेरिका में सुधार के संकेत
कोरोना से अमेरिका में 10 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित:
#BREAKING US tops one million #coronavirus cases: Johns Hopkins pic.twitter.com/p9juOFWrOd
— AFP news agency (@AFP) April 28, 2020
वहीं पूरी दुनिया में अब तक इस महामारी से 3,110,696 लोग संक्रमित हैं. तो 215,231 लोगों की अब तक जान भी गई है. इस तरफ कोविड-19 की चपेट में अमेरिका पहले स्थान पर है. वहीं स्पेन दूसरे तो इटली तीसरे और फ्रांस चौथे नम्बर पर हैं. कोरोना वायरस के इस लाइलाज बीमारी से भारत भी परेशान हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत में अब तक कोविड-19 से 29 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं. वहीं अब तक 937 लोगों की जान जा चुकी है. जबकि 7027 लोग ठीक हुए हैं. लेकिन पूरी दुनिया में जिस तरफ से कोरोना वायरस से लोगों की मौते हो रही है. स्वास्थ से जुड़े जानकरों का कहना है कि यदि इस महामारी के को रोकने को लेकर जल्द से जल्द दवा नहीं खोजी गई तो आने वाले समय में यह बीमारी बहुत की विकराल रूप ले सकती है.