नई दिल्ली: हल्दीराम भुजियावाला (Haldiram Bhujiyawala) के मालिक महेश अग्रवाल (Mahesh Agarwal) का 3 अप्रैल की रात सिंगापुर में निधन हो गया. वे पिछले कुल दिनों से लिवर संबंधी बीमारी से पीड़ित थे. सिंगापुर के अस्पताल में पिछले कुछ दिन से उनका इलाज चल रहा था. लेकिन उनके सेहत में सुधार नहीं होने के चलते निधन हो गया. अग्रवाल का निधन उनके 57वें जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले हुआ हैं. उनके निधन के बाद परिवार वाले उनका अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज के अनुसार सिंगापुर में कर दिया. लेकिन अब उनके परिवार में उनकी पत्नी मीना अग्रवाल और बेटी अवनी भारत आना चाहते हैं. लेकिन वे सिंगापुर में लॉकडाउन की वजह से वहीं पर फंसे हैं.
हालांकि उनके परिवार में उनकी पत्नी और बेटी उनका अंतिम संस्कार भारत में करना चाहते थे. लेकिन कोरोना वायर के चलते सिंगापूर के साथ ही भारत में लॉकडाउन की वजह से उनका शव वे भारत नहीं ला सके. इसलिए वे उनका अंतिम संस्कार वहीं पर कर दिया. लेकिन उनका परिवार अब भारत आना चाहता है. लेकिन लॉकडाउन की वजह से वे भारत नहीं आ पा रहे हैं. ऐसे में उनकी पत्नी मीना और बेटी अवनी भारत आने को लेकर भारतीय दूतावास में भारत वापसी के लिए आवेदन दी हैं और स्वदेश वापसी के लिए गुहार लगायी हैं. कहा जा रहा है कि सिंगापुर में भले ही 7 सात अप्रैल से एक महीने के लिए लॉकडाउन होने जा रहा हैं. लेकिन इन्हें 8 अप्रैल की सुबह तड़के को भारत आने के लिए विमान की व्यवस्था की जा सकती हैं. यह भी पढ़े: Deaths Due to Lockdown in India: देश में लॉकडाउन के कारण अब तक 25 से अधिक की मौत, अधिकतर प्रवासी मजदूर हुए शिकार- रिपोर्ट्स
महेश अग्रवाल के निधन के बाद उनके परिवार में पत्नी मीना और बेटी अवनी अब भारत आना चाहते हैं. क्योंकि कोलकता में उनके उनका एक बड़ा व्यवसाय है. वे नहीं चाहते हैं कि वह बिखर जाए. क्योंकि कोलकाता स्थित हल्दीराम भुजियावाला नाम की उनकी यह कपंनी पूरे विश्व में जानी जाती हैं. जो पुरे भारत समेत दूसरे अन्य देशों में भी नमकीन, भारतीय मिठाई , स्नैक्स बनाने के बाद सब जगह सप्कलाई करती हैं और साल का इस कंपनी की कमाई करोड़ों में हैं.
बता दें किइस समय पूरी दुनिया कोविड-19 से संक्रमित है. संक्रमण से बचने के लिए तमाम प्रभावित देशों ने अपनी अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय उड़ानें बंद कर दिये हैं. ताकि इस महामारी को रोका जा सके. भारत सहित लगभग सभी देशों में इस समय लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है. भारत में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की हैं. जो जो 14 अप्रैल को खत्म होना है.