बलोच रिपब्लिकन पार्टी (Baloch Republican Party) के अध्यक्ष ब्रहुम्दाग बुग्ती (Brahumdagh Bugti) ने कहा है कि बलूच, पश्तून (Pashtuns), मुहाजिर, सिंधी और दूसरे अल्पसंख्यक (Minorities) समाज के लोगों की आवाज को कुचलने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) के अधिकारी जबरन अपहरण किए जाने वाली व्यवस्था (Enforced Disappearances) का टूल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक तरफ पाकिस्तान जबरन अपहरण किए जाने वाली व्यवस्था के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दस्तखत किए हुए है. वहीं, दूसरी तरफ वे लोगों का अपहरण करने में व्यस्त है.
ब्रहुम्दाग बुग्ती ने कहा कि हम आग्रह करते हैं कि पाकिस्तान में बलूच और अन्य लोगों का जबरन हो रहे अपहरण के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय कार्रवाई करे. बता दें कि बलूच हमेशा से पाकिस्तान से अलग खुद की नई पहचान की मांग करता आया है. बुग्ती पाकिस्तान की इमरान खान सरकार पर उनकी पहचान खत्म करने का आरोप भी लगाते आए हैं. यह भी पढ़ें- बलूचिस्तान के फाइव स्टार होटल में हुए आतंकी हमले में 5 की मौत, पीएम इमरान ने कहा- अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की एक नाकाम कोशिश
Brahumdagh Bugti: On one hand Pakistan is a signatory of international conventions against enforced disappearances & on the other, they are busy abducting people. We urge international community to take action against enforced disappearances of Baloch & other people in Pakistan. https://t.co/fkmtrHVBQW
— ANI (@ANI) June 25, 2019
इससे पहले अप्रैल महीने में पाकिस्तान के विभिन्न जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यक समूहों के प्रतिनिधियों ने वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के सामने एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर कहा था कि पाकिस्तान में उन्हें 'सबसे खराब किस्म के नरसंहार' का सामना करना पड़ रहा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अनुरोध किया कि उन्हें आत्म-निर्णय के अधिकार का प्रयोग करने में मदद करे. उन्होंने आरोप लगाया था कि सत्ताधारी पाकिस्तानी प्रतिष्ठान जातीय पहचान को समाप्त करने की दिशा में काम कर रहा है.