इस्लामाबाद, 28 मार्च : बलूच लिबरेशन आर्मी ने तुर्बत में स्थित देश के दूसरे सबसे बड़े नौसैनिक हवाई स्टेशन पीएनएस सिद्दीकी को निशाना बनाकर 30 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों को मारने का दावा किया और बलूचिस्तान में अपनी "अवैध" बस्तियों और परियोजनाओं पर चीन को चेतावनी दी. संगठन ने एक बयान में कहा कि उसकी मजीद ब्रिगेड ने "बलूच नरसंहार के खिलाफ जवाबी कार्रवाई" और क्षेत्र को चीनी "कब्जे और शोषण" से बचाने के लिए "ऑपरेशन जिरपहाजग" के पांचवें चरण को सफलतापूर्वक पूरा किया.
बीएलए के प्रवक्ता जीयांद बलूच ने कहा, "ऑपरेशन जिरपहाजग के पांचवें चरण में बलूच लिबरेशन आर्मी की मजीद ब्रिगेड ने कल रात (सोमवार) दस बजे सेना के कब्जे वाले नौसेना एयरबेस, पीएनएस सिद्दीकी पर हमला किया, सुबह तक दुश्मन से उलझते रहे और तीस से अधिक दुश्मन सैनिकों को मारकर ऑपरेशन का मकसद पूरा किया." यह बयान तब आया, जब इस्लामाबाद में स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि हमले में अर्धसैनिक बल का एक जवान मारा गया, जबकि पाकिस्तान की ओर से सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई में सभी पांच हमलावरों को मार गिराया. यह भी पढ़ें : Maldives Water Crisis: भारत से ‘पंगा’ लेने के बाद मालदीव में पेयजल संकट, चीन ने भेजा 1500 टन तिब्बत ग्लेशियर का पानी
पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने कहा कि "आतंकवादियों" ने तुर्बत में पीएनएस सिद्दीकी पर हमला करने का प्रयास किया और "सैनिकों की त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया" के कारण हमला "नाकाम" कर दिया गया. बलूच ने कहा कि ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाने के दौरान मजीद ब्रिगेड के चार लड़ाके मारे गए, उनकी पहचान अयूब उर्फ डोडा, खलीफ उर्फ इस्लाम, वाजिद उर्फ नोडन और मुराद उर्फ फरहाद के रूप में हुई.