दिवंगत सुषमा स्वराज की स्मृति में भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने जलाएं घी के एक हजार दीपक
दिवंगत सुषमा स्वराज और भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक (Photo Credits : IANS)

थिम्पू : भारत की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) की स्मृति में भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक (Jigme Khesar Namgyel Wangchuck) ने यहां स्थित एक मठ में विशेष प्रार्थना की और घी के एक हजार दीपक जलाए. सुषमा का निधन इस सप्ताह के शुरुआत में नई दिल्ली में हो गया था.

भूटान नरेश के आदेश पर गुरुवार को सिम्टोखा जोंग में विशेष प्रार्थना की गई. नरेश ने दिवंगत मंत्री के परिवार और भारत सरकार को भी शोक संदेश भेजे. एक शोक संदेश में प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने कहा, "सुषमा स्वराज का निधन न केवल भारतीय जनता पार्टी के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए भी बहुत बड़ी क्षति है."

 

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7 August 2019: His Majesty The King offered prayers and a thousand butterlamps at Simtokha Dzong this morning, in memory of Her Excellency Sushma Swaraj, the former External Affairs Minister of India. Her Excellency passed away in Delhi last evening. Upon the Royal Command of His Majesty The King, special prayers were performed at Simtokha Dzong. His Majesty also sent messages of condolences to Her Excellency’s family, and to the government of India. Shrimati Sushma Swaraj served as Minister of External Affairs of India from 2014- 2019 and worked closely with Bhutan. Throughout her tenure, Her Excellency has been a friend of Bhutan, and contributed to strengthening the relations between our two countries. She was well loved, as an exemplary leader embodying grace, dignity, and strength. #HisMajesty #KingJigmeKhesar #Bhutan #sushmaswaraj #India #Prayers

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उन्होंने कहा, "वह भूटान की बहुत अच्छी दोस्त थीं, जिन्होंने भूटान-भारत संबंधों को बढ़ाने में अथक प्रयास किया." साल 2014 से 2019 तक भारत की विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज ने भूटान से मिलकर काम किया. इस दौरान उन्होंने भूटान की दोस्त बनकर कार्य किए और दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करने के लिए काफी योगदान दिया.