Chandrayaan-2: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शुक्रवार को जानकारी दी कि आज यानी 2 अगस्त को दोपहर 2 बजे से 3 बजे के बीच चंद्रयान-2 (Chandrayaan 2) की कक्षा में सफलतापूर्वक चौथी बार बदलाव किया गया. इसरो ने बताया कि अभी 6 अगस्त तक पृथ्वी (Earth) के चारों तरफ चंद्रयान-2 के ऑर्बिट (Orbit) को बदला जाएगा. बता दें कि भारत के दूसरे चंद्र मिशन चंद्रयान- 2 की अभी तक की सारी गतिविधियां सामान्य हैं. इसरो का सर्वाधिक शक्तिशाली रॉकेट जीएसएलवी मार्क-III (थ्री) एम 1 आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा (Sriharikota) स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 22 जुलाई को चंद्रयान-2 को लेकर रवाना हुआ था.
पृथ्वी के प्रभाव वाले क्षेत्र से चंद्रमा के आभामंडल में यह 14 अगस्त को प्रवेश करेगा. चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करते ही यान चंद्रमा की परिक्रमा करने लगेगा. इसरो के अनुसार चंद्रमा के प्रभाव वाले क्षेत्र की कक्षा में 13 दिन की परिक्रमा के बाद रोवर ‘प्रज्ञान’ को लेकर जा रहा लैंडर ‘विक्रम’ यान से अलग हो जायेगा और कुछ दिन कक्षा की परिक्रमा के बाद यह सात सितंबर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा, जहां अभी तक कोई देश नहीं पहुंचा है. यह भी पढ़ें- चंद्रयान-2 ने भेजीं पृथ्वी की ये तस्वीरें? सोशल मीडिया पर हो रही वायरल, जानिए क्या है सच?
Today marks the successful completion of the fourth orbit raising maneuver. The last Earth bound maneuver is planned on August 6, 2019#ISRO pic.twitter.com/45jy83UCrP
— ISRO (@isro) August 2, 2019
गौरतलब है कि देश के महत्वाकांक्षी निम्न लागत अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत एक लंबी छलांग लगाते हुए इसरो ने सबसे जटिल और अपने प्रतिष्ठित मिशन को हाथ में लिया है जिसका लक्ष्य चंद्रमा की सतह पर रोवर को उतारना है. यदि यह मिशन सफल रहा तो उससे भारत रूस, अमेरिका और चीन के बाद चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा.