यरूशलम, 24 दिसंबर : इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के साथ बंधकों को छुड़ाने के लिए संघर्ष विराम समझौते के प्रयासों में 'प्रगति हुई है'. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि समझौता होने में कितना समय लगेगा. सोमवार को इजरायली संसद नेसेट (इजरायल की संसद) में बोलते हुए नेतन्याहू ने कहा, "मुझे नहीं पता कि इसमें कितना समय लगेगा." उन्होंने सभी को घर वापस लाने तक हर संभव तरीके से काम जारी रखने की बात कही.
इससे पहले सोमवार को विदेश मंत्री गिदोन सार ने नेसेट की विदेश मामलों और रक्षा समिति की एक बैठक के दौरान इस समझौते के कुछ हिस्सों की जानकारी दी. इजरायली और फिलिस्तीनी मीडिया ने बताया कि कतर, मिस्र और अमेरिकी मध्यस्थों के प्रयासों से समझौते की दिशा में प्रगति हुई है, हालांकि अभी भी कोई सफलता नहीं मिली है. इजरायल के प्रवासी मंत्री अमीचाई चिक्ली ने कान रेशेत बेट पब्लिक रेडियो को बताया कि समझौते की दिशा में 'कुछ' प्रगति हुई है. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक चरण 'मानवीय चरण' होगा, जिसमें 42 दिनों का युद्ध विराम और कुछ बंधकों की रिहाई शामिल होगी. यह भी पढ़ें : स्टालिन ने केंद्र को बताया : श्रीलंका ने रामेश्वरम के 17 मछुआरों को गिरफ्तार किया
चिक्ली ने कहा, "यह युद्धविराम छह महीने या 10 साल तक चल सकता है, जो कि जमीनी स्तर पर विकसित होने वाली परिस्थितियों पर निर्भर करेगा." युद्ध विराम की समय सीमा पिछली वार्ता के होने के दौरान एक महत्वपूर्ण मुद्दा रही थी. हमास युद्ध को पूरी तरह से समाप्त करना चाहता है, जबकि इजरायल किसी भी समाधान से पहले गाजा पर हमास के नियंत्रण को हटाने और युद्ध विराम के बाद भी फिलिस्तीनी क्षेत्र में सैन्य उपस्थिति बनाए रखने पर जोर देता है.
हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजरायल पर हमला किया, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए और लगभग 250 अन्य का अपहरण कर लिया गया. इजरायली अनुमानों के अनुसार, लगभग 100 इजरायली और विदेशी बंधक अभी भी गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए हैं, और उनमें से दर्जनों के मारे जाने की आशंका है. हमास के हमले के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी पर सैनिक कार्रवाई शुरू कर दी. इजरायली हमलों में बड़े पैमाने पर गाजा में तबाही मचाई है. गाजा खंडहर में तब्दील हो गया है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है.