Supercomputer: Meta बना रहा दुनिया का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर, जानिए कब तक होगा तैयार
(Photo Credit : Pixabay)

25 जनवरी: मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने ऐलान किया है कि उनकी कंपनी मेटा (Meta) दुनिया का सबसे तेज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) वाला सुपर कंप्यूटर (Supercomputer) बना रही है. यह मेटावर्स (Metaverse) प्लान का एक हिस्सा है.  मार्क जुकरबर्ग के मुताबिक मेटावर्स फिजिकल और डिजिटल वर्ल्ड को वर्चुअल और ऑगमेंटेड रियलिटी की मदद से बदल देगा. चैट को एंड्रॉइड से आईफोन में ट्रांसफर करने की अनुमति देगा Whatsapp

कंपनी ने इसके लिए AI Research Super Cluster डेवलप कर लिया है. मेटा के मुताबिक यह दुनिया का सबसे तेज कंप्यूटर होगा. मार्क जुकरबर्ग ने बताया कि मेटावर्स के लिए वह जो एक्सपीरियंस तैयार कर रहे हैं, उसके लिए भारी कंप्यूटिंग क्षमता  की जरूरत होती है और RSC नए AI मॉडल्स एनेबल करेगा जो खरबों उदाहरण से सीख सकते हैं, सैकड़ों भाषाओं को समझ और बहुत कुछ कर सकते हैं.

मेटा कंपनी का कहना है कि इस साल की गर्मी तक इसे तैयार कर लिया जाएगा. आपको बता दें कि डेटा स्टोरेज कंपनी Pure Storage और चिप निर्माता Nvidia भी इस सुपर कंप्यूटर का हिस्सा हैं. मेटा के मुताबिक AI सुपर कंप्यूटिंग की बड़े पैमाने पर जरूरत है. Meta का RSC सुपर कंप्यूटिंग नई टेक्नोलॉजी और कस्टमर एक्सपीरियंस प्रदान करेगा.

विवादों में Meta 

मेटा कंपनी पर आरोप लगा है कि वह अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनी को आगे नहीं बढ़ने देती है, जिसकी वजह से मेटा (Meta) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अमेरिकी एजेंसी फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) ने मेटा पर मोनॉपली का आरोप लगाया है. कहा जा रहा है कि मेटा को इंस्टाग्राम (Instagram) और व्हाट्सऐप (WhatsApp) को बेच देना चाहिए. अगर कोर्ट से हरी झंडी मिलती है तो FTC फेसबुक को कोर्ट में जाना पड़ेगा.

मेटावर्स की 3D दुनिया

मेटावर्स इंटरनेट में वास्तविकता को एक वर्चुअल रूप दिया जाएगा. इस वर्चुअल दुनिया में हम और हमारे दोस्तों के वर्चुअल 3D अवतार (Avatars) होंगे, जिनके साथ हम मेटावर्स में कुछ भी कर सकेंगे, यहां रहने के लिए वर्चुअल घर और जमीन खरीदा सकेगा. यहां आप खेल का लुत्फ भी उठा सकते हैं.