नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के विशेष कार्यक्रम शामिल होंगे. यह समारोह नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में होगा. यह दिन बच्चों को देश के भविष्य की मजबूत नींव के रूप में सम्मानित करने और उनकी साहसिकता और समर्पण को पहचानने के लिए मनाया जाता है. प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करेंगे और बच्चों को प्रेरित करने वाली अपनी बात साझा करेंगे. इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान की शुरुआत करेंगे. इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर पोषण सेवाओं को बेहतर बनाना है.
यह कार्यक्रम सामुदायिक भागीदारी के जरिए पोषण संबंधी जागरूकता और सेवाओं को सुदृढ़ करेगा. वीर बाल दिवस के दौरान, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के विजेता भी शामिल होंगे. यह पुरस्कार उन बच्चों को दिया जाता है जिन्होंने शिक्षा, कला, खेल, नवाचार, समाज सेवा या अन्य क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान दिया है.
वीर बाल दिवस का महत्त्व
वीर बाल दिवस 26 दिसंबर को मनाया जाता है, जो सिख इतिहास से जुड़ा एक महत्वपूर्ण दिन है. 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का मुख्य कारण सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों जोरावर सिंह और उनके छोटे भाई पांच साल के बाबा फतेह सिंह की वीरता को सम्मानित करना है. 26 दिसंबर को 1705 में इन महान सपूतों को धर्म नहीं बदलने पर मुगल सेनापति वजीर खान ने उन्हें जिंदा दीवार में चुनवा दिया था.
भारत मंडपम में होगा वीर बाल दिवस कार्यक्रम
Prime Minister @narendramodi to participate in #VeerBaalDiwas, a nationwide celebration honouring children as the foundation of India’s future tomorrow.
▪️PM to also address the gathering on the occasion.
▪️PM to launch ‘Suposhit Gram Panchayat Abhiyan’
▪️Awardees of Pradhan… pic.twitter.com/D6xSzU7t7x— All India Radio News (@airnewsalerts) December 25, 2024
वीर बाल दिवस बच्चों के अदम्य साहस, बलिदान और देश के प्रति उनके योगदान को पहचानने और सम्मानित करने का अवसर है. इस दिवस का उद्देश्य बच्चों में साहस, समर्पण और राष्ट्रभक्ति की भावना का विकास करना है.
ऑनलाइन प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन
युवाओं को इस दिन के महत्व से जोड़ने के लिए माईगव और माई भारत पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा. इन प्रतियोगिताओं में इंटरैक्टिव क्विज़, रचनात्मक लेखन, पोस्टर बनाना और कहानी सुनाने जैसी गतिविधियां शामिल होंगी. विद्यालयों, आंगनवाड़ी केंद्रों और बाल देखभाल संस्थानों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.