कल, 11 दिसंबर को, मेटा की लोकप्रिय सेवाएं इंस्टाग्राम, फेसबुक और व्हाट्सएप दुनियाभर में ठप हो गई थीं. उपयोगकर्ता कई घंटों तक इन प्लेटफार्म्स का उपयोग नहीं कर पाए, जिससे सोशल मीडिया पर हलचल मच गई. इन सेवाओं के डाउन होने के बाद आज 12 दिसंबर को, OpenAI के प्रसिद्ध आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल ChatGPT के भी ठप होने की खबरें सामने आई हैं.
इंस्टाग्राम-फेसबुक के बाद ChatGPT ठप
मेटा की सेवाओं के ठप होने का असर अभी थमा भी नहीं था कि आज सुबह से ChatGPT भी उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध नहीं है. लोग इस एआई टूल का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें लगातार एरर मैसेज दिखाई दे रहे हैं.
ChatGPT is currently down. pic.twitter.com/eIXEsDstst
— Pop Base (@PopBase) December 11, 2024
सोशल मीडिया पर दिखा यूजर्स का गुस्सा
मेटा की सेवाओं के डाउन होने के दौरान ही सोशल मीडिया पर यूजर्स ने जमकर अपनी नाराजगी जाहिर की थी. अब ChatGPT के डाउन होने से कई यूजर्स अपने महत्वपूर्ण कामों को समय पर पूरा नहीं कर पा रहे हैं. ट्विटर और रेडिट पर #ChatGPTDown और #MetaDown जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं.
#ChatGPT is down. Looks like everyone will have to finish their assignments the old fashioned way. pic.twitter.com/68xVq9DNf8
— Xon Kurama (@XonKurama) December 12, 2024
मेटा की सेवाओं पर क्या हुआ था?
11 दिसंबर को शाम के समय से मेटा की सेवाओं में रुकावट आई, जिसमें इंस्टाग्राम, फेसबुक और व्हाट्सएप के यूजर्स को संदेश भेजने, पोस्ट अपलोड करने और अकाउंट लॉगिन करने में दिक्कतें आईं. कंपनी ने इसे एक तकनीकी समस्या बताया और कुछ घंटों में सेवाएं बहाल कर दीं.
everyone going to Twitter to check if ChatGPT is down pic.twitter.com/teqrhYiBV7
— caxual (@PYKECOCK) December 12, 2024
ChatGPT की स्थिति पर OpenAI की प्रतिक्रिया का इंतजार
ChatGPT की सेवाएं बंद होने को लेकर अब तक OpenAI की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. उपयोगकर्ता उम्मीद कर रहे हैं कि यह समस्या जल्द ही हल हो जाएगी.
It's not you, ChatGPT is actually Down pic.twitter.com/O0ZlYslKvE
— Я (@_rickykam) December 11, 2024
तकनीकी समस्याओं से बढ़ती चिंता
लगातार टेक्नोलॉजी पर बढ़ती निर्भरता के बीच इस तरह की समस्याओं का बार-बार होना यूजर्स के लिए बड़ी चिंता का विषय बनता जा रहा है. इन घटनाओं ने न केवल लोगों की कार्यक्षमता को प्रभावित किया है, बल्कि टेक्नोलॉजी के भरोसे पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.