दोहा (कतर), 24 नवंबर : पूर्व चैंपियन उरुग्वे और दक्षिण कोरिया ने गुरुवार को 2022 फीफा विश्व कप(FIFA World Cup) में ग्रुप एच ओपनर में गोल रहित ड्रॉ खेला. एजुकेशन सिटी स्टेडियम में भारी भीड़ के बीच दोनों टीमों ने बेहतर खेल का प्रदर्शन किया, लेकिन 90 मिनट तक कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई. इसके साथ ही घाना और पुर्तगाल वाले समूह में दोनों टीमों को एक-एक अंक के साथ संतुष्ट होना पड़ा.
गुरुवार के परिणाम ने दोनों पक्षों के अंतिम 16 में पहुंचने की संभावनाओं को खुला छोड़ दिया है, उरुग्वे अगले मुकाबले में पुर्तगाल का सामना करने के लिए तैयार है, जबकि दक्षिण कोरिया घाना से भिड़ेगी. उरुग्वे मैच में दो बार बदकिस्मत रहा, पहले हाफ में जब डिएगो गोडिन के हेडर ने पोस्ट को हिट किया. अंतिम मिनट में फिर से एक बार मौका आया जब लंबे रेंजर ने कोरियाई किम सेउंगग्यू को पार किया लेकिन यहा भी उरुग्वे के प्रशंसकों को निराशा ही मिली. यह भी पढ़ें : IND vs NZ 1st ODI 2022: टॉस के समय शिखर धवन की इस हरकत से कंफ्यूज हुए केन विलियमसन, देखें Video
दूसरे छोर पर, दक्षिण कोरियाई ने उरुग्वे को काफी आक्रामक इरादे और प्रयास से निराश किया लेकिन कोई स्पष्ट अवसर पैदा नहीं किए, केवल 34वें मिनट में वह गोल करने के करीब पहुंचे. दक्षिण कोरिया ने पहले हाफ में अधिकांश नियंत्रण रखा था लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा उरुग्वे हावी होने लगा. उरुग्वे के कोच डिएगो अलोंसो ने 35 साल के लुइस सुआरेज की जगह 35 वर्षीय एडिसन कैवानी को मैदान में उतारा. कैवानी के आगमन से उरुग्वे में जोश दिखा. कैवानी के आने के बाद उरुग्वे और अधिक जीवंत हो गया. उसके पास केवल 20 मिनट बचे थे- और जल्द ही उनका एक शॉट ब्लॉक हो गया और वह डार्विन नुनेज के क्रॉस-शॉट से जुड़ने में असफल रहे.
इसके बाद, डिएगो गोडिन की मदद से नुनेज बाईं ओर से बॉल के साथ शानदार तरीके से दोड़ते हुए आते हैं, लेकिन सफल नहीं हो पाते. इससे पहले गोडिन फीफा विश्व कप में उरुग्वे का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने थे. 36 साल और 281 दिन की उम्र में उन्होंने ओबदुलियो वरेला का रिकॉर्ड तोड़ा.
1930 में और फिर 1950 में विजेता उरुग्वे अपने 14वें विश्व कप में हैं. दक्षिण कोरिया, जो अपने लगातार 10वें विश्व कप में हैं, और कुल मिलाकर 11वां विश्व कप है. कोरिया पिछले दो संस्करणों में अपने समूह से बाहर निकलने में विफल रही है और दोनों टीमों के बीच 1990 में जब पहली बार विश्व कप का मुकाबला हुआ था, उरुग्वे ने दक्षिण कोरिया को 1-0 से हराया था.