मोहन बागान सुपर जायंट्स और केरला ब्लास्टर्स एफसी के बीच मुकाबले में डिफेंस की रहेगी अहम भूमिका
Mohun Bagan Super Giants (img: IANS)

कोलकाता, 13 दिसंबर : मोहन बागान सुपर जायंट्स शनिवार को शाम 7:30 बजे विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में खेले जाने वाले इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 2024-25 मुकाबले में केरला ब्लास्टर्स एफसी से भिड़ेंगे. इस सीजन में दोनों टीमों की राहें एकदम विपरीत रही हैं. जहां मोहन बागान सुपर जायंट ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है, वहीं केरला ब्लास्टर्स लय पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. मैरिनर्स अपने घरेलू मैदान पर मजबूत रक्षापंक्ति और शानदार फिनिशिंग के दम पर एक मजबूत टीम नजर आ रहे हैं, जबकि ब्लास्टर्स को घर से बाहर डिफेंस में मुश्किलें हो रही हैं.

मोहन बागान सुपर जायंट्स 10 मैचों में सात जीत, दो ड्रा और एक हार से 23 अंक लेकर तालिका में शीर्ष पर है. वहीं, केरला ब्लास्टर्स एफसी 11 मैचों में तीन जीत, दो ड्रा और छह हार से 11 अंक लेकर तालिका में दसवें स्थान पर है. यह भी पढ़ें : Lanka T10: लंका टी10 टीम के मालिक को मैच फ़िक्सिंग के आरोप में गिरफ़्तार किया गया

दमदार मोहन बागान सुपर जायंट

अपराजित सिलसिला: मैरिनर्स ने इस सीजन में अपने पिछले चारों घरेलू मैच जीते हैं. वे अक्टूबर और दिसंबर 2022 के बीच अपने सर्वश्रेष्ठ आंकड़े लगातार पांच घरेलू जीत को दोहराने के करीब हैं.

क्लीन शीट रखी: मैरिनर्स ने अपने पिछले सात आईएसएल मैचों में से छह क्लीन शीट रखी हैं. घरेलू मैदान पर, उन्होंने लगातार तीन क्लीन शीट दर्ज की हैं, जो उनकी रक्षात्मक मजबूती को दर्शाता है.

घर से बाहर केरला ब्लास्टर्स की दिक्कतें

खराब अवे फॉर्म: ब्लास्टर्स ने अपने पिछले छह अवे मैचों में सिर्फ एक जीता है. उन्हें घर से बाहर लगातार हार का सामना करना पड़ा है.

डिफेंसिव चिंताएं: केरला ब्लास्टर्स ने इस सीजन में खेले 11 मैचों में 21 गोल खाए हैं. डिफेंसिव कमजोरियों के कारण वे दिसंबर 2023 से घर के बाहर मोहन बागान सुपर जायंट के खिलाफ क्लीन शीट रखने में विफल रहे हैं.

आमने-सामने

आईएसएल में दोनों टीमों के बीच आठ मैच खेले गए हैं, जिनमें मोहन बागान सुपर जायंट छह बार जीते हैं जबकि केरला ब्लास्टर्स एफसी ने केवल एक मैच जीता है. एक मैच ड्रा रहा है.

कोच कॉर्नर

मोहन बागान सुपर जायंट के स्पेनिश हेड कोच जोस मोलिना को सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए पूरी टीम से एकजुट प्रयासों की उम्मीद है. उन्होंने कहा, “मैं अपनी टीम में 11 खिलाड़ी नहीं चाहता. मैं 26 ऐसे खिलाड़ी चाहता हूं जो टीम की मदद करने की कोशिश करें. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैदान पर कौन है, हम सुनिश्चित कर सकते हैं कि वे लड़ सकते हैं और अच्छा खेलेंगे. मुझे लगता है कि हम उस मुकाम को हासिल कर रहे हैं.”

केरला ब्लास्टर्स एफसी के स्वीडिश हेड कोच मिकेल स्टाहरे अपनी संभावनाओं के बारे में आशावादी हैं, लेकिन कहा कि उनकी टीम को दबाव से निपटने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, “फुटबॉल में दबाव से निपटना भी शामिल है. ट्रेनिंग सत्र में कुछ करना अलग बात है, लेकिन मैच में उसका पालन करना महत्वपूर्ण है. फिर भी, हमने अच्छा खेला है और यही कारण है कि मैं अभी भी आशावादी हूं.”