Virat Kohli- Bunty Sajdeh Controversy: विराट कोहली की मैदान पर वीरता अब लोककथा बन गई है. वह लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य स्तंभों में से एक रहे हैं. लेकिन आधुनिक युग में, एक क्रिकेटर को ऑन-फील्ड रन स्कोरिंग की तरह ही ऑफ-फील्ड चीजों को भी मैनेजमेंट करने की आवश्यकता होती है. विराट कोहली के लिए ये काम पूरी तरह से उनके मैनेजर बंटी सजदेह किया करते थे. लेकिन हाल ही में दोनों ने अलग होने और एक दशक पुरानी साझेदारी को खत्म करने का फैसला किया है. वर्षों से बंटी की कंपनी कॉर्नरस्टोन द्वारा मैनेज किया है. दोनों के अलग होने के पीछे का कारण पाता नहीं चला है. बंटी ने विराट कोहली की ऑफ-फील्ड सफलता को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. दोनों बहुत करीबी दोस्त भी थे. यह भी पढ़ें: विश्व कप से पहले रोहित शर्मा को मामने में लगा बीसीसीआई, टी20 टीम की कमान संभालने के लिए कर रहा रिक्वेस्ट
हालांकि रिपोर्ट्स के जरिए ये भी पता चला है कि पिछले कुछ समय में ये रिश्ता कमजोर हो गया था, जिसके चलते ये रिश्ता टूट गया है. विराट ने बंटी को सोशल मीडिया से भी अनफॉलो कर दिया है. बंटी सजदेह ने 2008 में युवा और महत्वाकांक्षी क्रिकेटरों को साइन करते हुए कॉर्नरस्टोन की स्थापना की थी. भारत को अंडर-19 विश्व कप खिताब दिलाने वाले विराट कोहली उनके शुरुआती कस्टमर में से एक थे.
कपड़ों कंपनी स्थापित करने से लेकर वीवो, मिंत्रा और प्यूमा के साथ ब्रांड एंडोर्समेंट लाने तक, कॉर्नरस्टोन के साथ जुड़ने के दौरान क्रिकेटर की कुल संपत्ति कथित तौर पर 1,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है. दोनों के बीच घनिष्ठ संबंध के बावजूद, ऐसी खबरें सामने आईं कि बंटी ने कोहली सहित कई क्रिकेटरों के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (आईपी) अधिकार उनकी जानकारी या सहमति के बिना हासिल कर लिए है.
इस अनधिकृत अधिग्रहण के कारण कोहली और बंटी के बीच एक महत्वपूर्ण विवाद पैदा हो गया है. यह बताया गया कि बंटी ने व्यक्तिगत लाभ के लिए क्रिकेटरों के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी अधिकारों का दुरुपयोग किया है, जिससे कोहली को अपनी प्रबंधन टीम के माध्यम से इन घटनाओं के बारे में पता चलने पर अपना जुड़ाव समाप्त करना पड़ा और अंततः बंटी को सोशल मीडिया पर अनफॉलो करना पड़ा.