India vs Australia 4th ODI 2019: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी पांच मैचों की वनडे सीरीज के पहले दो मैचों में ऑस्ट्रेलिया आखिरी पलों में हार कर जीत से महरूम रह गई थी, लेकिन रांची में खेले गए तीसरे वनडे मैच में उसने शानदार जीत हासिल कर भारत को सावधान कर दिया है. अब दोनों टीमें मोहाली की ओर बढ़ चुकी हैं जहां रविवार को चौथा वनडे खेला जाना है. तीसरे वनडे में जीत हासिल कर ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज जीतने की अपनी उमीदें कायम रखी हैं. चौथे वनडे में उसकी नजरें पांच मैचों की सीरीज में 2-2 से बराबरी पर होगी, लेकिन मेजबान भारत जख्मी शेर की तरह घात लगाए बैठा है जो पंजाब क्रिकेट संघ आई.एस. बिंद्रा स्टेडियम में खेले जाने वाले मैच में तीसरी जीत हासिल कर सीरीज अपने नाम करना चाहेगा. (यहां देखें भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच के चौथे वनडे मैच का लाइव स्कोर).
बीते दो मैचों में भारत ने करीबी मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया को मात दी. यह दो जीत मुख्यत: उसके गेंदबाजी की सफलता थी जबकि तीसरे वनडे में भारतीय गेंदबाजों ने बुरा दिन देखा तो भारत को हार मिली. विश्व कप के लिहाज से यह भारत के लिए काफी अहम सीरीज मानी जा रही है. ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों का संघर्ष उसके लिए अच्छी बात नहीं हैं. पहले मैच में भारतीय शीर्ष क्रम धराशायी हो गया था लेकिन केदार जाधव और महेंद्र सिंह धोनी ने शतकीय साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई थी. वहीं दूसरे मैच में कप्तान विराट कोहली का बल्ला खुब चला था.
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने तीसरे वनडे मैच में भी शानदार बल्लेबाजी की और अपने वनडे करियर का 41वां शतक जमाया. भारतीय बल्लेबाजों की बात करें तो सिर्फ कोहली ही लय में हैं और लगातार रन कर रहे हैं. उनके बाद जाधव हैं जो इस सीरीज में बल्ले से अच्छा कर रहे हैं. धोनी ने पहले मैच में तो अच्छा खेला था लेकिन बाकी के दो मैचों में विफल रहे थे. अब जबकि बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि धोनी आखिरी के दो वनडे मैचों में आराम करेंगे. ऐसे में युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत का अगले मैच में उतरना तय माना जा रहा है.
वहीं अगर ऑस्ट्रेलिया की बात की जाए तो तीसरा मैच उसके लिए आंखे खोलने वाला काम कर सकता है. तीसरे मैच में मेहमान टीम ने बताया कि अगर वह धैर्य और सूझ-बूझ से खेले तो अपने प्रदर्शन में अच्छा सुधार कर सकारात्मक परिणाम हासिल कर सकती है. तीसरे मैच से उसका सबसे बड़ा फायदा कप्तान एरॉन फिंच की खराब फॉर्म का अलविदा कहना है. लगभग 10 मैचों में रनों का सूखा झेलने वाले फिंच ने आखिरकार रांची में 93 रनों की पारी खेल अपनी फॉर्म वापस हासिल की जो भारत के लिए चिता का विषय हो सकती है.