इसलिए महिलाओं को पसंद आते हैं कम उम्र के लड़के
प्रतीकात्मक तस्वीर

हमारे देश में अमूमन पति-पत्नी के बीच एक आदर्श आयु का फर्क होता है. लड़का अगर 30 वर्ष का है, तो लड़की की औसत आयु 25 वर्ष होती है. कई बार तो इसलिए भी शादी नहीं हो पाती क्योंकि लड़की देखने में बड़ी लगती है, भले ही वह उम्र में लड़के से छोटी क्यों न हो. लेकिन पिछले कुछ समय से एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है, जहां अधिक उम्र की महिलाएं अपने से कम उम्र के लड़कों की ओर आकर्षित हो रही हैं, उनके साथ अफेयर में रहती हैं, लिव रिलेशन में होती हैं और शादी भी करती हैं. हैरानी की बात यह है कि लड़कों को भी बड़ी उम्र की महिलाओं के साथ संबंध बनाने, रिश्तों में रहने में कोई समस्या नहीं दिखती. यह नया ट्रेंड यह सोचने के लिए विवश करता है कि ऐसे रिश्ते के पीछे किसी तरह की सोच होती है. आइये जानें मनोवैज्ञानिको की नजर में ऐसे बेमेल रिश्तों के पीछे का सच क्या हो सकता है...

आज बेमेल आयु वाले रिश्तों की संख्या बढ़ रही है. पहले यह ट्रेंड महज फिल्म अथवा टीवी जैसे ग्लैमरस इंडस्ट्री में देखी जाती थी, लेकिन आज आम समाज में अधेड़ आयु की महिलाओं का युवा पुरुषों के साथ रहना, रिश्ते बनाना अथवा डेट करना आम बात हो गयी है. ऐसे अनोखे रिश्तों के बीच पनपता यह नया रुझान दर्शाता है कि अधेड़ उम्र की महिलाएं जो विवाहित होने के बावजूद ऐसे साथी का साथ चाहती हैं जो उनसे उम्र में उनसे आधे होते हैं.

एक वजह कामुकता भी

कुछ मनोचिकित्सकों के अनुसार इस तरह के रिश्तों में बड़ी उम्र की महिलाएं छोटे उम्र के युवकों को इसलिए पसंद करती हैं, क्योंकि अधिकांश युवा अपनी शोमैनशिप और व्यक्तित्व को लेकर ज्यादा कांशस रहते हैं. वे अपनी फिटनेस के लिए भी बहुत चैतन्य रहते हैं. उनकी ये बातें किसी भी महिला को आकर्षित करने के लिए काफी होती हैं. इसके पीछे जो मुख्य बात नजर आती है वह उनकी कामुकता होती है. उन्हें लगता है कि ऐसा जीवन साथी उन्हें सेक्स करते समय ज्यादा समय तक संतुष्ट रख सकता है. ऐसे कई उदाहरण देखे जा सकते हैं. यह अलग बात है कि ऐसे रिश्तों की उम्र बहुत लंबी नहीं होती.

युवा कम शक्की होते हैं

युवाओं में एक अच्छी आदत जो इन महिलाओं को विशेष रूप से उनकी ओर आकर्षित करती है, वह यह है कि वे उनके विवाहेत्तर संबंधों में ज्यादा दिलचस्पी नहीं लेते, उनके भीतर किसी तरह की नैराश्यता भी कम होती है, वे शक्की अथवा वहमी भी कम होते हैं और ज्यादा आशावान भी रहते हैं. ऐसे किसी भी व्यक्ति के साथ डेटिंग करना जो कम निष्ठावान तथा अधिक जवाबदेह हो, किसी भी महिला के लिए महत्वपूर्ण होता है.

उम्रदराज महिलाएं रिश्ते निभाना जानती हैं

कुछ मामलों में रिश्तों को लेकर बड़ी उम्र की महिलाओं का नज़रिया स्पष्ट रहता है. उन्हें मानसिक एवं दैहिक संबंधों को निभाना और संभालना दोनों अच्छी तरह से आता है. उनकी यही बात कम उम्र के युवकों को निश्चिंतता प्रदान करती हैं और वे बड़ी आसानी से उन्हें अपना दिल दे बैठते हैं.

जिम्मेदार महिला का साथ उन्हें निश्चिंत बनाता है

अकसर देखा गया है कि पारिवारिक अथवा अथवा आर्थिक कारणों से ज्यादा उम्र की महिलाएं अपेक्षाकृत ज्यादा जिम्मेदार होती है. रिश्तों के प्रति निष्ठा दिखाती हैं. देर से विवाह होने के कारण वे पति अथवा प्रेमी को ज्यादा निष्ठा से प्यार करती हैं. घर-गृहस्थी में भी ज्यादा समर्पित होती हैं. उनकी ये बातें लड़कों को घर के प्रति चिंता को कम करती हैं.