उत्तर प्रदेश: एक दूल्हे जूता चुराई के दौरान महिलाओं के साथ बदतमीजी बहुत भारी पड़ गई. महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने की वजह से दूल्हे को अपनी ही शादी से निकाल दिया गया और बारात को वापस लौटा दिया गया. ये घटना शनिवार 15 दिसंबर को मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली गांव में हुई. मुसीबत तब शुरू हुई जब रिवाज के अनुसार दुल्हन पक्ष की महिलाओं ने दूल्हे के जूते छीन लिए और बदले में पैसे की मांग की. शादियों में जूता चुराई रिवाज को हंसी मजाक और सालियों के हक़ के रूप में लिया जाता है. लेकिन इस रिवाज से 22 वर्षीय दूल्हा विवेक कुमार भड़क गया और महिलाओं को गाली देना शुरू कर दिया.
इस दौरान दुल्हन के परिवार के सदस्यों ने दूल्हे को शांत करने की कोशिश की, लेकिन वह गुस्से में आ गया गाली गलौज करने लगा, उसने एक व्यक्ति को चांटा तक मार दिया. जब दुल्हन को इस बारे में पता चला, तो उसने शादी करने से मना कर दिया. पूरी बारात को वापस भेज दिया गया, लेकिन दूल्हे उसके पिता और दो रिश्तेदारों को दुल्हन के परिवार द्वारा बंदी बना लिया गया. पुलिस को बुलाया गया और समझौता हुआ. दुल्हन ने दूल्हे के परिवार को दहेज के रूप में दिए गए 10 लाख रुपये वापस करने के लिए राजी कर लिया. स्टेशन हाउस अधिकारी वीरेंद्र कसाना ने कहा: "दोनों पक्षों की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई. दूल्हा और दुल्हन के परिवार पुलिस थाने के बाहर समझौता करने पहुंचे."
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भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रमुख नरेश टिकैत, जो इस मामले में हस्तक्षेप करने की कोशिश करने वाले गांव के बुजुर्गों में से थे, ने कहा कि दुल्हन को बहुत ज्यादा मनाया गया विनती की गई उसके बाद भी उसने लड़के से शादी करने के लिए इनकार कर दिया.