'माइक्रोसॉफ्ट का बाप इंडियन रेलवे', दुनियाभर में ध्वस्त हुई सर्विस के बीच भारत में दौड़ती रहीं ट्रेनें, जमकर हुई तारीफ

दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट की सर्विसों में आई गड़बड़ी से कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. एयरलाइन्स, बैंक्स, टेलीकॉम कंपनियाँ, मीडिया ऑर्गेनाइजेशन, सबकुछ ठप्प हो गया. एयरपोर्ट्स और एयरलाइन्स पर भी इसका बुरा असर पड़ा. घंटों की दिक्कत के बाद, माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि धीरे-धीरे उनकी सर्विसें वापस शुरू हो रही हैं. लेकिन इस बीच, इंडियन रेलवे ने बताया कि टिकटिंग सिस्टम, कंट्रोल ऑफ़िस ऑटोमेशन, और रेलवे की दूसरी सेवाओं पर इस गड़बड़ी का कोई असर नहीं पड़ा. ट्रेनें समय पर चल रही हैं! तो आखिर ऐसा क्या है, जो इंडियन रेलवे को दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट की फेलियर से बचा रहा है?

'माइक्रोसॉफ्ट का बाप इंडियन रेलवे'

सोशल मीडिया पर लोग माइक्रोसॉफ्ट को ट्रोल कर रहे हैं और इंडियन रेलवे की तारीफ़ कर रहे हैं. कई फ्लाइट्स और दूसरे सर्विस ठप्प हो गए, लेकिन इंडियन रेलवे का काम चलता रहा.

एक ट्विटर यूजर ने लिखा, "माइक्रोसॉफ्ट का बाप इंडियन रेलवे!" दूसरे ने कहा, "रेलवे अभी भी सबसे अच्छा और सबसे भरोसेमंद यात्रा का साधन है."

CRIS: रेलवे का IT दिमाग

इंडियन रेलवे का IT और ई-गवर्नेंस केंद्र "CRIS" है, जो "Centre for Railway Information Systems" के लिए छोटा नाम है. CRIS रेलवे मंत्रालय के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण संगठन है.

टिकट बुकिंग: CRIS ने भारत के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग का सेंट्रल प्लेटफ़ॉर्म बनाया है, जिसमें "Passenger Reservation System (PRS)" और "Unreserved Ticketing System (UTS)" शामिल हैं. ये सिस्टम लाखों यात्रियों को रोज़ टिकट बुकिंग, रिजर्वेशन स्टेटस चेकिंग, और टिकट कैंसल करने जैसी सुविधाएँ मुहैया कराता है.

ट्रेन ऑपरेशन: CRIS "Train Operations System (OTS)" का विकास और रखरखाव भी करता है, जो रेलवे नेटवर्क पर ट्रेनों के आवागमन को नियंत्रित करता है. यह रेलवे स्टाफ़ को ट्रेन की स्थिति, ट्रैक की उपलब्धता, और सिग्नलिंग की जानकारी देता है, जिससे ट्रेनें सुरक्षित और कुशल तरीके से चलती हैं.

माल ढुलाई: CRIS "Goods Freight System (GFS)" का विकास और रखरखाव भी करता है, जो रेलवे के माल ढुलाई संचालन को स्वचालित करता है.

इंडियन रेलवे का IT सिस्टम क्यों मज़बूत?

इंडियन रेलवे ने अपने IT सिस्टम को मज़बूत बनाने पर ध्यान दिया है. इसीलिए माइक्रोसॉफ्ट की गड़बड़ी का इंडियन रेलवे पर कोई असर नहीं पड़ा. जबकि एयरपोर्ट्स और एयरलाइन्स में ऑनलाइन चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाएँ बाधित हो गईं, जिसके कारण उन्हें मैन्युअल तरीकों पर निर्भर रहना पड़ा.

IT मंत्रालय की प्रतिक्रिया

IT और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि उनके मंत्रालय ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ संपर्क किया है. उन्होंने बताया कि इस घटना से देश के NIC नेटवर्क पर कोई असर नहीं पड़ा. वैष्णव ने "X" पर बताया कि तकनीकी गड़बड़ी का कारण पता चल गया है और इसे ठीक करने के लिए अपडेट जारी किए गए हैं.

सीखने की बात

टेक्नोलॉजी पर पूरी तरह से निर्भर रहना ख़तरा है. हमें अपने सिस्टम को मज़बूत बनाना होगा, और बैकअप प्लान रखना होगा. इंडियन रेलवे के CRIS सिस्टम ने यह साबित कर दिया है कि सुनियोजित IT सिस्टम कैसे किसी भी गड़बड़ी का सामना कर सकता है.