राजस्थान की राजधानी जयपुर में जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए भीषण गैस टैंकर हादसे में अब तक 14 लोगों की जान चली गई है, जबकि 80 लोग घायल हुए हैं. 30 घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है. हादसे में 35 से अधिक वाहन जलकर राख हो गए.
यह हादसा शुक्रवार सुबह हुआ, जब भांकरोटा के पास एक एलपीजी टैंकर और ट्रक की टक्कर के बाद भीषण आग लग गई. आग ने विकराल रूप ले लिया, जिससे कई लोग झुलस गए और वाहनों का केवल ढांचा बचा. हादसे से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ब्लैक स्पॉट्स सुधारने का निर्देश दिया है. जयपुर जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने मामले की जांच के लिए छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया है.
अस्पतालों में इलाजरत 10 से ज्यादा घायलों की हालत बेहद गंभीर है. इनमें यूसुफ (90%), गोविंद (85%), और विजेता (70%) समेत कई मरीज वेंटिलेटर पर हैं. घायलों की संख्या और मौतों के बढ़ने की आशंका है.
मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक निर्माण विभाग को ब्लैक स्पॉट्स चिन्हित कर शीघ्र सुधार के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे और सभी कार्य समय पर पूरे किए जाएंगे.
इस भयावह हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा की गंभीरता को उजागर किया है. राज्य सरकार और प्रशासन के लिए यह एक चेतावनी है कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय किए जाएं.