मध्यप्रदेश के नीमच में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. नीमच के फुरकान कुरैशी लगातार 2-3 घंटे से PUBG खेल रहा था. पब्जी खेलते-खेलते एक्साइटमेंट में उसकी मौत हो गई. इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया है कि आखिर गेम खेलने से एक बच्चे की मौत कैसे हो सकती है? बच्चे के परिजनों ने बताया कि वो गेम खेलते-खेलते अचानक बेहोश हो गया, घरवाले आनन-फानन में उसे अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिजनों के अनुसार उनके बेटे फुरकान को गेम खेलते हुए पहले भी हार्ट अटैक आ चुका है. बच्चे के पिता का कहना है कि उन्होंने बहुत बार अपने बेटे को पब्जी खेलने से मना किया था, लेकिन उसे इस गेम की लत लग गई थी. उस पर इस गेम का जूनून सवार था. मृतक बच्चा बारहवीं कक्षा का छात्र था. उन्होंने इस गेम पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
बच्चे की बहन फिजा ने बताया कि पब्जी खेले बिना फुरकान रह नहीं पाता था और दिन भर खेलता रहता था. जब उसे गेम डिलीट करने की बात कहते थे तो वह खाना-पीना छोड़ने की धमकी देता था. खबरों के मुताबिक फुरकान के पिता ने बताया कि घटना वाले दिन वो कई घंटो से लगातार गेम खेल रहा था. उन्होंने बताया, गेम खेलते-खेलते फुरकान अचानक चिल्लाने लगा कि ब्लास्ट कर ब्लास्ट कर. इसके बाद फुरकान का शरीर दो मिनट में लाल पड़ गया.
Madhya Pradesh: Furkan Qureshi, a 16-year-old boy in Neemuch died due to cardiac arrest while continuously playing mobile game PUBG on May 28. Dr Ashok Jain,Cardiologist says,"He was brought without pulse. We tried to resuscitate him but we couldn't." (1/2) pic.twitter.com/2ev4NlTvN6
— ANI (@ANI) May 30, 2019
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मामले संबंधित जानकारी देते हुए स्थानीय डॉक्टर अशोक जैन के बताया कि, 'कहीं ना कहीं खेलने वाले को यह लगने लगता है कि जो गेम में उसके कैरेक्टर के साथ हो रहा है वह भी असलियत में उसके साथ हो रहा है, ऐसी स्थिति में कार्डियाक अरेस्ट का खतरा बहुत बढ़ जाता है और फुरकान के साथ भी यही हुआ है. फुरकान की मौत के बाद उसके घर में मातम का माहौल छाया हुआ है.