Licypriya Kangujam ने सौर ऊर्जा से चलने वाले डिवाइस का किया आविष्कार, हवा को पानी में बदलता है SUKIFU-2, देखें तस्वीर
लाइसिप्रिया कंगुजम (Photo Credits: Twitter/LicypriyaK)

भारत की 9 वर्षीय पर्यावरण कार्यकर्ता (Environmental Activist) लाइसिप्रिया कंगुजम (Licypriya Kangujam) ने एक नए डिवाइस का आविष्कार किया है, जो दुनिया भर में सभी को फायदा पहुंचाएगा. लाइसिप्रिया कंगुजम ने जिस डिवाइस का आविष्कार किया है उसे SUKIFU-2 नाम दिया है, जिसे भविष्य-2 का सर्वाइवल किट (Survival Kit) कहा जा रहा है. यह छोटा डिवाइस हवा को पानी में परिवर्तित कर सकता है. यह मिनी डिवाइस न सिर्फ हवा को परिवर्तित करके पानी उत्पन्न करता है, बल्कि यह पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर आधारित भी है. लाइसिप्रिया ने अपने इस आविष्कार की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है और इसके साथ ही इसकी खूबियों के बारे में बताया है. इस डिवाइस को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के आत्मनिर्भर भारत अभियान (Atmanirbhar Bharat Campaign) के तहत बनाया गया है.

लाइसिप्रिया कंगुजम ने अपने छोटे आविष्कार के बारे में  ट्विटर पर पोस्ट करते हुए स्थायी जीवन शैली के लिए विज्ञान का उपयोग करने की जरूरत की वकालत की है. लाइसिप्रिया के अनुसार, इस छोटे उपकरण में दैनिक आधार पर शुद्ध पेयजल के 1 गैलन का उत्पादन करने की क्षमता है. इस दर पर, यह पूरी तरह से वैश्विक जल संकट को हल करने में उपयोगी हो सकता है.

लाइसिप्रिया ने छोटे उपकरण की एक तस्वीर पोस्ट की जो हथेली के आकार का है. इसके साथ ही ट्वीट में इस नौ वर्षीय पर्यावरण कार्यकर्ता ने कैप्शन लिखा है- 'लोग हमेशा विज्ञान को बहुत कठिन बताते हैं, लेकिन मैं विज्ञान को एक सरल जीवन शैली में बदलना चाहती हूं. विज्ञान में मानवता के लिए कई संकटों का समाधान है. बस हमें इस पर खोज करने की आवश्यकता है. मैंने अपने डिवाइस को SUKIFU-2 (भविष्य-2 के लिए सर्वाइवल किट) कहा है. यह शुद्ध आत्मानिभर भारत है.' यह भी पढ़ें: Postpone JEE & NEET 2020: 8 वर्षीय क्लाइमेट एक्टिविस्ट Licypriya Kangujam ने छात्रों की याचिका पर सुनवाई करने का किया आग्रह, कहा- कोविड-19 महामारी के बीच NTA प्रवेश परीक्षा को करें स्थगित

देखें ट्वीट-

गौरतलब है कि इस 9 वर्षीय पर्यावरण कार्यकर्ता को अक्सर भारत की ग्रेटा थुनबर्ग कहा जाता है. बता दें कि दुनिया भर में अधिकांश लोगों के पास अब भी पीने के साफ पानी की सुविधा नहीं है. साथ ही भूजल सहित विभिन्न जलस्रोतों में बढ़ते प्रदूषण के कारण स्वच्छ पेयजल प्राप्त करना एक बड़ी चुनौती है. हालांकि इस उपकरण को लेकर लाइसिप्रिया का दावा है कि यह शुद्ध पेयजल प्राप्त करने के तरीके को बदल सकता है और दुनिया भर में बहुत से लोगों के लिए मददगार साबित हो सकता है.