
Milkipur Bypoll Election Results: अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान एक बुजुर्ग मतदाता का वीडियो वायरल हो गया, जिसमें वह खुलेआम दावा कर रहे हैं कि उन्होंने भाजपा के लिए छह वोट डाले. वायरल वीडियो में बुजुर्ग युवक भाजपा का दुपट्टा पहना हुआ है. वह कहता है कि वह भाजपा समर्थक हैं और चुनाव स्टाफ इतना अच्छा था कि उन्होंने अकेले छह वोट डाल दिए. रिपोर्टर बार-बार पूछता है कि क्या वाकई उन्होंने छह बार वोट किया, तो बुजुर्ग हां में जवाब देते हैं. वीडियो के अंत में वह कहते हैं, "मैं हिंदू हूं, क्या मैं किसी मुसलमान को वोट दूंगा?"
कई लोगों ने इस वीडियो के जरिए चुनाव आयोग और यूपी पुलिस को टैग कर आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ता ने चुनाव में धांधली की है.
मिल्कीपुर उपचुनाव में एक बुजुर्ग का वीडियो वायरल
मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा के कार्यकर्ता मार रहे हैं फर्जी वोट
मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा कार्यकर्ता ने 6 वोट फर्जी मारा है...
अब इलेक्शन कमीशन बताएं वह सो रहा है कि जाग रहा है...
राय पट्टी अमानीगंज का है मामला...@ECISVEEP @Uppolice pic.twitter.com/TYVZjhR7wb
— Amit Yadav (Journalist) (@amityadavbharat) February 5, 2025
BJP का पलटवार, बुजुर्ग ने बदला बयान
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता यू-ट्यूबर बनकर भ्रामक खबरें फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। मिल्कीपुर उपचुनाव में जिस बुजुर्ग शख्स का वीडियो यह कहकर वायरल किया कि उन्होंने अकेले 6 वोट डाले हैं, वह सच्चाई के बिल्कुल उलट था। दरअसल, उनके परिवार के 6 अलग-अलग सदस्यों ने भाजपा को वोट किया… pic.twitter.com/3oQnhEysQW
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) February 5, 2025
₹2,000 का लालच देकर झूठी बात कहलवाई: BJP
इस वीडियो के वायरल होते ही भाजपा की यूपी इकाई ने उसी बुजुर्ग का एक दूसरा वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने अपने पहले दावे से पलटते हुए कहा कि उनके परिवार में छह सदस्य हैं और सभी ने अलग-अलग वोट डाला. बुजुर्ग ने नया दावा करते हुए कहा कि यूट्यूबर अमित यादव ने उन्हें ₹2,000 देने का लालच देकर झूठी बात कहलवाई.
भाजपा ने इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि एसपी समर्थक "यूट्यूबर बनकर" गलत सूचनाएं फैला रहे हैं और चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं.
BJP ने चुनाव आयोग से की कार्रवाई की मांग
भाजपा ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह गुमराह करने वाले वीडियो फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करें, ताकि चुनाव निष्पक्ष तरीके से हो सके. फिलहाल, चुनाव आयोग ने इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन यह घटना उपचुनाव में गरमाया मुद्दा बन चुकी है.