Fact Check: WHO ने कहा कि कोरोना वायरस से अब तक नहीं हुई किसी भी शाकाहारी की मौत? जानें सनातन धर्म और शाकाहार को बढ़ावा देने वाले इस वायरल मैसेज का सच
कोरोना वायरस से नहीं हुई किसी भी शाकाहारी की मौत? (Photo Credits: Twitter and File Image)

Fact Check: क्या कोरोना वायरस (Coronavirus) केवल मांसाहारी (Non-Vegetarian) लोगों को होता है और क्या अब तक कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण के चलते किसी भी शाकाहारी (Vegetarian) की मौत नहीं हुई है? दरअसल, जब से कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) ने दुनिया भर में अपना कब्जा जमाना शुरू किया है तब से सोशल मीडिया पर इस वायरस को लेकर तमाम तरह की खबरें और फर्जी जानकारियां वायरल हो रही हैं. कोरोना वायरस संकट से पूरी दुनिया जूझ रही है और इसके कारणों, लक्षणों व इलाज को लेकर लगातार तरह-तरह की जानकारियां सामने आ रही हैं. ऐसे में सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस (Coronavirus Fake News) को लेकर फर्जी खबरों की भी भरमार लगी हुई है, जिनका मकसद लोगों को गुमराह करना है.

इंटरनेट पर फर्जी खबरों की भीड़ से एक ऐसी खबर सामने निकल कर आ रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस उन लोगों को शिकार बना रहा है जो मांसाहारी भोजन करते हैं. हालांकि यह जानकारी उन अफवाहों पर आधारित लगती है जिसमें बताया गया था कि चीन में चमगादड़, सांप और जंगली जानवरों के मांस खाने से यह संक्रमण फैला है. इस तरह की खबरों ने चिकन, अंडे और अन्य पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया.

अब सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट में कहा गया है कि शाकाहारी भोजन का पालन करने वाले किसी भी व्यक्ति की अब तक कोरोना वायरस के चलते मौत नहीं हुई है और इस मैसेज का उपयोग सनातन धर्म को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है. यह भी पढ़ें: Fact Check: असम के लोगों के इम्यून सिस्टम पर ICMR करेगा अध्ययन, क्योंकि उनमें नहीं मिले हैं कोविड-19 के मामले? PIB से जानें इस वायरल मैसेज में किए जा रहे दावे का सच

ट्विटर पर वायरल हो रहे फेक मैसेज

सनातन धर्म और शाकाहार को बढ़ावा

सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही इस तरह की अफवाह लोगों को मांसाहार छोड़कर शाकाहार अपनाने के लिए प्रेरित कर रही है. कई फेक वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि WHO की रिपोर्ट के अनुसार, शाकाहारी लोगों में कोविड-19 के खिलाफ रोग-प्रतिरोधक क्षमता मौजूद है. इसके साथ ही दावा किया जा रहा है कि डब्यूएचओ के अनुसार सनातन धर्म का पालन करना और शाकाहारी भोजन करना आपको कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में मदद कर सकता है.

हालांकि जब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस मैसेज के तथ्य की जांच की गई तो पता चला कि यह वायरल मैसेज फेक है, क्योंकि डब्ल्यूएचओ ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है. वास्तव में इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि मांसाहारी भोजन के कारण कोरोना वायरस संक्रमण होता है. इसके साथ ही डब्ल्यूएचओ ने ऐसी किसी भी आशंकाओं की पुष्टि नहीं की है कि कोविड-19 संक्रमण चिकन, मटन और सीफूड से फैल सकता है. यह भी पढ़ें: क्या कीटाणुनाशक इंजेक्ट करने से कोरोना वायरस खत्म हो जाता है? क्या मक्खियों से फैल सकता है COVID-19? WHO ने ट्वीट में कई अफवाहों पर लगाया विराम

गौरतलब है कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India-FSSAI) के सीईओ ने मार्च महीने में कहा था कि यह गलत धारणा है कि चिकन, मटन और सी फूड का सेवन करने से कोरोना वायरस फैलता है. उन्होंने यह भी कहा था कि मासांहारी भोजन से कोरोना वायरस के फैलने का कोई प्रमाण नहीं मिला है.

Fact check

Fact Check: WHO ने कहा कि कोरोना वायरस से अब तक नहीं हुई किसी भी शाकाहारी की मौत? जानें सनातन धर्म और शाकाहार को बढ़ावा देने वाले इस वायरल मैसेज का सच
Claim :

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोरोना वायरस की वजह से किसी भी शाकाहारी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है.

Conclusion :

वास्तव में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस तरह का कोई दावा नहीं किया है.

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